ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

11 जून, 2011

भारत उभरती हुई महाशक्ति है


अंतत:  अमेरिका ने मान ही लिया कि भारत आने वाले दिनों में दुनिया में लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए अहम साबित होगा.  अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री रॉबर्ट ब्लेक का कहना है कि भारत और अमेरिका मिलकर नए अवसर पैदा करेंगे.  उन्होंने कहा कि "भारत उभरती हुई महाशक्ति है.  सिर्फ भारतीय महासागर में ही नहीं,बल्कि उसका प्रभाव अमेरिका, अफ्रीका, मध्य पूर्व और मध्य एशिया में महसूस किया जाता है. भारत के विकास के पीछे वहां की युवा शक्ति, आशावादिता , गतिशीलता और शिक्षित जनसंख्या है.  हमारे समय की महान कहानियों में से एक भारत की सफलता की कहानी होगी."

वाशिंगटन के थिंक टैंक सामरिक और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में उन्होंने कहा कि "हमारे सामरिक संबंध दुनिया को और अधिक सुरक्षित तथा लोकतांत्रिक बना सकते हैं.  हमारी व्यावसायिक साझेदारी अनोखे उत्पाद पैदा कर सकते हैं. जो कि 21वीं सदी के उपभोक्ताओं की जरूरत को पूरा कर सकते हैं. जिससे दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर होंगें ."

09 जून, 2011

बेचारी पुलिस

पुलिस को ‘‘बेचारी पुलिस’’कहने से उन लोगों को आपत्ति हो सकती है जो पुलिस की लाचारी को नही समझते। यह विडंबना ही है कि जिस व्यक्ति को कभी वे मार मार कर भुरता बनाने का काम करते है उसी व्यक्ति को समय आने पर सलाम ठोकना पड़ता है। दिल्ली पुलिस ने विगत दिनों बाबा रामदेव के अनशन स्थल रामलीला मैदान में जो कुछ किया वह दुनिया ने देख लिया । बिना वारंट ,बिना सूचना और बिना चेतावनी के आधी रात को रामलीला मैदान में हमला बोल दिया और देखते ही देखते बाबा रामदेव एवं समर्थकों की ऐसी हालत बना दी कि जिन्दगी भर वे नहीं भूलेंगें । जहाँ गीत और भजन हो रहे थे वहां चीख और चीत्कार होने लगा । पुलिस ने महिलाओं ,  बच्चों एवं बूढों को भी नहीं बख्शा । यहाँ तक कि बाबा रामदेव को वे पकड़ कर ले गए ,  जब पुलिस के चंगुल से छूटे तब वे औरत के लिबास में मिले ।

 1974 में भी ऐसा ही कुछ हुआ था , जब लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने समग्र क्रांति का नारा देकर देश की तरूणाई को आंदोलित कर दिया था। तब भी आंदोलन कारियों के साथ पुलिस ने ऐसा ही सलूक किया था।25  जून 1975 की आधीरात को देश भर के विपक्षी नेताओं को पकड़ पकड़ कर मीसा में बंद कर दिया था। 19 महीने बाद अधिकांश मीसाबंदी सत्ता के अंग बन गये।अब बेचारी पुलिस उन्हें सैलूट ना मारे तो क्या करे ? सैलूट मारना उनकी मजबूरी हो गई थी सो जिन लोगों पर वे पहले लाठियां बरसा रहे थे उन्ही लोगों को सैलूट मारने लगे। कोई कुरेद देता तो कहते थे क्या करें जनाब हमें तो नौकरी करनी है अतः बाँस का आर्डर बजाना पड़ता है ।

1977 के  लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत दिलाने वाले समग्र क्रांति के नायक बाबू जयप्रकाश नारायण ने अपने आपको कुर्सी से दूर रखा तथा किंग मेकर के रूप अपनी पहचान बनाई । मुझे याद है जनता शासन काल में जयप्रकाश बाबू जब-जब दिल्ली आते थे तब तब वहां की पुलिस पलक पावड़े बिछाए उनका घंटों इंतजार करती थी । बाबू जयप्रकाश पर कुछ महीनें पहले डंडा बरसाने  वाली पुलिस के हाथों में फूलों का गुलदस्ता देख कर उनकी दशा पर तरस आता था ।

ये भारत है , यहां की जनता का ट्रेंड पल पल बदलता है। दिल्ली की पुलिस जिसने बाबा रामदेव को आधी रात को दिल्ली से तड़ीपार किया तथा उन्हें 15 दिन तक दिल्ली आने से प्रतिबंधित किया,कहीं वही बाबा भविष्य में यदि " किंग मेकर " बन गए तो बेचारी दिल्ली की पुलिस की लाचारी आप समझ सकते है क्या होगी ?

इस लेख को यहाँ भी पढ़ें .... 

05 जून, 2011

कांग्रेस के सिर पर आलोचनाओं के डंडे

 

 

बाबा रामदेव के अनशन अभियान पर हुए लाठीचार्ज के बाद कांग्रेस के सिर मुसीबतों का पहाड़ टूटा. अब अन्ना हजारे ने फिर आठ जून को अनशन करने का एलान किया है. अन्ना ने कहा, इस बर्बरता के खिलाफ पूरे देश को आवाज उठानी चाहिए. आगे पढ़ें .......

 

नाटकीय ढ़ंग से रामदेव, समर्थकों को जबरन हटाया गया


दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे योग गुरु स्वामी रामदेव और उनके हज़ारों समर्थकों को पुलिस ने शनिवार देर रात अफ़रा-तफ़री और आंसू गैस के गोले चलाने के बीच नाटकीय ढंग से हटा दिया. आगे पढ़े ......


फिलहाल हरिद्वार में ही अनशन करेंगे बाबा रामदेव
 नई दिल्ली।। रामलीला ग्राउंड में करप्शन और ब्लैक मनी के मुद्दे पर अनशन पर बैठे बाबा रामदेव के आंदोलन को दिल्ली पुलिस ने शनिवार देर रात डंडे के जोर पर खत्म करवा दिया। करीब 2 घंटे तक पुलिस और रामदेव बाबा के समर्थकों में जबर्दस्त झड़प हुई। आखिर में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर समर्थकों को तितर-बितर किया और बाबा रामदेव को अपने साथ ले गई। करीब 10 बजे उन्हें चार्टर्ड प्लेन से देहरादून भेज गया और वहां से रोड के रास्ते वह हरिद्वार में अपने आश्रम पहुंचे। अब बाबा रामदेव हरिद्वार में ही अनशन पर बैठे गए हैं। पेश है दिन भर की पूरी रिपोर्ट :-


'रौंगटे खड़े करने वाली थी काली रात, कांप उठी मेरी आत्मा'

नई दिल्ली बाबा रामदेव ने हरिद्वार में आज यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी पर सीधा निशाना साधा और कहा कि पूरी कार्रवाई उन्हीं के निर्देश पर हुई है। उन्होंने कहा कि आज का दिन वे काला दिवस के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान पर शुरु हुआ, उनका अनशन जारी रहेगा।  उन्होंने कहा कि यह मेरे एनकाउंटर की साजिश थी। वे आज दिल्ली से विशेष विमान से देहरादून पहुंचे और वहां से वे हरिद्वार स्थित अपने पतंजलि आश्रम पहुंचे। वे पूरी तरह सफेद कपड़ों में हैं।  आगे और भी है .......

India cracks down on hunger strike led by yoga guru

 NEW DELHI — In a swift midnight action, Indian police cracked down with canes and tear-gas shells to drive away tens of thousands of people who were on a hunger strike against corruption in New Delhi and detained the yoga guru who led the massive nationwide protest.  Next....

 

04 जून, 2011

कांग्रेस और बाबा रामदेव में ठनी

 बी.बी.सी. हिंदी

 04.06.2011, रात 11.45 बजे




        कांग्रेस ने कहा है कि योगगुरु बाबा रामदेव कांग्रेस मंत्रिमंडल से किए गए अनशन
 वापस लेने के अपने वादे से मुकर गए हैं, वहीं बाबा रामदेव ने कहा है कि वो
अपना अनशन जारी रखेंगे.


कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि बाबा रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण सरकार की ओर से की गई पेशकश के जवाब में लिखित में सरकार से कह चुके हैं कि वो अपना अनशन वापस ले लेगें.

इधर बाबा रामदेव ने कहा है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को नहीं मानती वो अपना अनशन जारी रखेंगे.

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनुसिंघवी ने एक पत्रकार वार्ता बुलाकर रामदेव के अनशन में साध्वी ऋतम्बरा के पहुंचने और उनके साथ स्टेज पर बैठने को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के कई कार्यकर्ता रामलीला मैदान में मौजूद थे. साध्वी ऋतंभरा पर 1992  में अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में केस चल रहा है.  मनुसिंघवी ने कहा, ''जो लोग काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बात कर रहे हैं, वो बताएं कि यहां मौजूद सभी संस्थाएं क्या पारदर्शिता से काम करती हैं.'' साथ ही उन्होंने रामलीला मैदान में हुए इंतज़ाम को फाइवस्टार क़रार देते हुए उसके लिए आए खर्चे के स्त्रोत पर भी सवाल उठाए.

मांगो में ढिलाई

इसके जवाब में योग गुरु बाबा रामदेव ने तीखे तेवर अपनाए लेकिन साथ ही वो अपनी मांगो में ढिलाई देते भी नज़र आए. उन्होंने कहा,''हमारा कोई सांप्रदायिक एजेंडा नहीं है और कई मुसलमान भाई भी हमारे साथ हैं.''

काला धन छिपाने वालों के लिए मृत्युदंड को आजीवन कारावस में बदलते हुए उन्होंने कहा, "दुनिया में मृत्यु दंड को लेकर बहस है, तो क्या उन लोगों को आजीवन कारावास नहीं दिया जा सकता है जो काला धन ले जाकर विदेशों में छुपाते है."

उन्होंने कहा कि अगर विदेशों में जमा काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर दिया जाए तो वो अपना उपवास ख़त्म कर देंगे. कल तक वो मांग कर रहे थे कि जो लोग काला धन विदेशों में छुपाते हैं उन्हें देशद्रोही क़रार दिया जाना चाहिए. उन्होंने ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ मौत की सज़ा की मांग की थी.

रामदेव ने बड़े नोटों 500 और 1000 रूपये के नोटों को वापस लिए जाने की मांग भी 'स्थगित' करने की बात कही.

अपने समर्थकों के समक्ष बोलते हुए उन्होंने कहा कि वो इस मांग को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर रहे हैं.

अत्याधुनिक इंतज़ाम

इस बीच रामदेव के अनशन के लिए शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान का नक्शा ही बदला हुआ था. वहां भीड़ होगी,  इसका अंदाज़ा तो हमें था लेकिन उसके स्वागत के लिए तैयारी इतनी सुव्यवस्थित होगी, ये नहीं सोचा था. विशाल तम्बू और उसमें हर राज्य के लोगों के लिए अलग जगह.
तेज़ गर्मी थी लेकिन पंखे भी थे,  वो भी तम्बू की छत पर लटके.आराम इतना था कि कई लोग सो रहे थे.
लोगों की सहूलियत के लिए मंच की गतिविधियों का सीधा प्रसारण करती दो विशाल स्क्रीन थी.इस स्क्रीन पर सभी दिशाओं से ताज़ा तस्वीरें दिखाई जा सकें उसके लिए क्रेन की सुविधा वाले 'जिब' कैमरे भी लगाए गए थे.

बाबा रामदेव के समर्थकों में भी जोशोखरोश की कमी नहीं थी.

भारी भीड़


अमरीका से आए सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रिंस रतन ने बीबीसी को बताया कि वो पांच साल से बाबा रामदेव की योग शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं.  रतन ने कहा, “मैं यहां आया हूं क्योंकि देश से बाहर रहकर भी मैं भारत में फैले भ्रष्टाचार से प्रभावित हूं, मुझे यकीन है कि इससे बदलाव आएगा.”

बाबा रामदेव एक विशाल ऊंचे स्टेज पर बैठे थे. समर्थकों से एक सुरक्षित दूरी पर, रह-रहकर स्टेज से भारत माता की जय की ललकार आ रही थी जिसे लोग दोहराकर या तालियों से प्रोत्साहित कर रहे थे.

भगवा रंग रह-रहकर नज़र आ रहा था, हालांकि सुबह-सुबह साध्वी ऋतंबरा के भाषण के बाद वहां कोई और नेता नहीं पहुंचा.

रामदेव ने अपने समर्थकों को कई बार संबोधित किया और दोहराया कि उनकी मुहिम किसी एक व्यक्ति विशेष के ख़िलाफ नहीं बल्कि व्यवस्था के विरुद्ध है.

बाबा रामदेव प्रमुख तौर पर सरकार से देश से बाहर मौजूद काले धन को वापस लाने और उसे देश की संपत्ति करार देने की मांग कर रहे हैं.

सरकार के प्रतिनिधि पिछले कई दिनों से रामदेव से उनकी मांगों पर बातचीत करते रहे हैं.