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16 दिसंबर, 2015

किसानों को अकाल की पीड़ा से उबारने समन्वित प्रयास की जरुरत

धान का कटोरा छत्तीसगढ़ पूरी तरह अकाल की चपेट में है. प्राकृतिक आपदा
व कीट प्रकोप के कारण विगत 12 वर्षों में पहली बार धान के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ा है. निश्चित रूप से इसका असर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. किसानों एवं खेतीहर मजदूरों के माथे पर चिंता की लकीरें स्पस्ट दिखाई दे रहीं हैं. कुछ लोग प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न इस स्थिति के लिए शासन व उसकी नीतियों पर दोष मढ़ने में लगे है. जबकि मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने विगत 12 वर्षों में कृषि की दशा व दिशा बदलने के लिए अनुकरणीय प्रयास किये हैं. देश के अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में कृषि क्षेत्र को ज्यादा प्राथमिकता दी गई है. मध्यप्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर फसल ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. डाॅ.रमन सरकार ने नदी-नालों में एनीकेट एवं नाला बंधान बना कर सिंचित रकबा बढ़ाया है. किसानों के खेतों तक बिजली पहुंचाई गई है फलस्वरूप भू-जल श्रोतो का उपयोग कृषि कार्य के लिए किया जा रहा है. किसान समृद्धि योजना व शाकम्भरी योजना के अन्तर्गत शासकीय अनुदान पर विद्धुत व डीजल पंप किसानों को उपलब्ध कराये जा रहें है. शासन ने कृषि व किसानों की बेहतरी के लिए ऐसे अनेक ठोस कदम उठाये है जो अनावृष्टि या अतिवृष्टि की स्थिति से  किसानों को उबार सकते है.

आजादी के बाद यदि ऐसा प्रयास किया जाता तो शायद यह भयावह स्थिति नहीं आती. दुर्भाग्य की बात है कि जिन लोगों ने किसानों को ना कभी एक अधेला बोनस दिया और ना ही कभी कृषि ऋण माफ किया वो लोग प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न स्थिति के लिए शासन को दोषी ठहरा कर राजनैतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहें है जो कि निंदनीय है. अकाल को राजनैतिक बदला भुनाने का मुद्दा बनाने से किसानों की पीड़ा कम होने वाली नही है. आवश्यकता इस बात की है कि किसानों एवं खेतिहार मजदूरों को अकाल की पीड़ा से उबारने तथा उनका मनोबल बढ़ाने के लिए राजनैतिक व समाजिक स्तर पर समन्वित प्रयास की आवश्यकता है.

12 दिसंबर, 2015

पलायन मुक्त हुआ छत्तीसगढ़ - अशोक बजाज


डाॅ. रमन सरकार के 12 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष लेख 

त्तीसगढ़ की प्रथम निर्वाचित सरकार ने डाॅ. रमन सिंह के नेतृत्व में 12 वर्ष पूर्ण कर लिये हैं। किसी भी सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए 12 वर्ष पर्याप्त है लेकिन जिस सरकार को बेकारी, भूखमरी, पलायन एवं पिछड़ापन विरासत में मिला हो उस सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए 12 वर्ष का समय पर्याप्त नहीं है। छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। यहां के खेतिहर मजदूर लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष अन्य राज्यों में पलायन करते थे। पदभार ग्रहण के समय छत्तीसगढ़ से पलायन को रोकना डाॅ. रमन सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती थी। इन बारह वर्षों में सरकार ने कृषि व ग्रामीण विकास की नीतियां बनाकर छत्तीसगढ़ को पलायनमुक्त राज्य बनाया। किसानों को उन्नत बीज प्रदान किया गया ताकि वे विपुल उत्पादन कर सके। इससे छत्तीसगढ़ अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बना। 

कृषि के क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या रहती है कि खेती पूरी तरह मानसून के भरोसे रहती है लेकिन रमन सरकार की नीति के चलते सिंचाई रकबा बढ़ गया। किसानों को ना केवल बोर खनन के लिए बल्कि विद्युत व डीजल पंप खरीदने के लिए शासन ने अनुदान देना प्रारंभ किया। शाकम्भरी योजना के अंतर्गत लघु व सीमांत किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान होने से विद्युत व डीजल पंपों की बाढ़ आ गई। किसान समृध्दि योजना के अंतर्गत किसानों को नलकूप खनन एवं पंप प्रतिस्थापित करने हेतु 25000 रू. से 43000 रू. तक के अनुदान का प्रावधान रखने से भूजल श्रोतों का उपयोग कृषि उत्पादन के लिए होने लगा। ये ही नहीं बल्कि वर्षा जल को रोकने के लिए नदी - नालों में एनीकट, नालाबंधान एवं स्टाॅप डेम बनाये गये। इसी का परिणाम है कि कृषि के क्षेत्र में मानसून की निर्भरता कम हुई और किसान अच्छी पैदावार लेने में सफल हुए।

 त्तीसगढ़ के किसानों को खेती के लिए समुचित संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इन बारह वर्षाें में किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से मिलने वाले फसल ऋण पर ब्याज दर 13 प्रतिशत से घटाकर 9 प्रतिशत, बाद में 6 प्रतिशत फिर बाद में 3 प्रतिशत किया गया। पिछले 2 वर्षों से तो किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर फसल ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इस वर्ष राज्य के 925504 किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर 2400 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया गया है। कृषि व किसानों के प्रति सरकार की उदार व प्रगतिशील नीतियों के चलते अन्न का भरपूर उत्पादन होने लगा। कृषि के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़े फलस्वरूप छत्तीसगढ़ पूर्णतः पलायनमुक्त राज्य के रूप में स्थापित हुआ। 

सी प्रकार ग्रामीण विकास की दिशा में शासन ने ठोस कदम उठाकर गांवों में बुनियादी सुविधाओं शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संचार के साधन विकसित किये। शिक्षा को प्राथमिकता देने का ही यह परिणाम है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अप्रवेशी एवं शाला त्यागी बच्चों की संख्या दिनोंदिन घटती जा रही है। न बारह वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व उपस्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना की गई तथा कुपोषण को समाप्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया।

डाॅ. रमन सरकार ने गरीबों को चिंतामुक्त करते हुए सस्ते चांवल की योजना बनाई जो गरीबी व पलायन को रोकने में काफी कारगर सिध्द हुई है। इस योजना से राज्य की आधी से अधिक आबादी लाभान्वित हो रही है। यही कारण है कि आज छत्तीसगढ़ की जनता के दिल में प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅं रमन सिंह चाउर वाले बाबा के रूप में स्थापित हो गए हैं। 

तः हम कह सकते हैं कि डाॅ. रमन सिंह के कुशल नेतृत्व व प्रगतिशील नीतियों के चलते नवोदित छत्तीसगढ़ बीमारू राज्य से विकसित राज्य की श्रेणी में आ गया है। आज समूचे देश में छत्तीसगढ़ की नीतियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं का ना केवल जिक्र हो रहा है बल्कि उनका अनुसरण भी हो रहा है। जो अपने आप में सफलता का परिचायक है। हमें यह कहने में भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि छत्तीसगढ़ की राजनीतिक क्षितीज में डाॅ. रमन सिंह अंगद के पांव की तरह स्थापित हो चुके हैं। 

12 नवंबर, 2015

दीपावली 2015

दीपावली पर्व आप सबके लिए मंगलकारी हो.
श्री लक्ष्मी पूजा, सुरुत्ती,गोवर्धन पूजा, अन्नकूट एवं भाईदूज की 
आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !!!
- अशोक बजाज 





01 नवंबर, 2015

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस


छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना दिवस के 15 वर्ष पूरे हो गए. नए रायपुर में सचिवालय भी शुरू हो चुका है तथा अन्य दफ्तरों के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है.  आगामी कुछ वर्षों में यह पूर्ण रूप से विकसित हो जायेगी.


स्थापना दिवस की आप सबको हार्दिक बधाई तथा राज्य के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटलबिहारी वाजपेयी का आभार !
अशोक बजाज अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक रायपुर उपाध्यक्ष, नेशनल फेडरेशन ऑफ़ स्टेट कोआपरेटिव बैंक मुंबई

25 अक्तूबर, 2015

राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन व नेफ्सकाॅब की बोर्ड बैठक रायपुर छत्तीसगढ़ में संपन्न



रायपुर में शीर्ष सहकारी बैंकों के राष्ट्रीय फेडरेशन ( नेफस्काब ) की
बोर्ड मीटिंग के प्रथम सत्र का विधिवत शुभारंभ करते हुए अतिथिगण. 
राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन एवं नेफ्सकाॅब के संचालक मंडल की बैठक 26 सितंबर 2015 को हाॅटल बेबीलाॅन इंटरनेशनल रायपुर में आयोजित हुई। छत्तीसगढ़ में यह प्रथम अवसर है जब राष्ट्रीय स्तर की सहकारी बैंक फेडरेशन की बैठक आहुत हुई है । नेफ्सकाब का चुनाव जून 2015 में मुंबई में संपन्न हुआ था. उसी समय यह तय हो गया था कि नवनिर्वाचित बोर्ड की प्रथम बैठक रायपुर में आयोजित की जायेगी. फलस्वरूप 26 सितंबर को रायपुर में सहकारी सम्मलेन एवं बोर्ड मीटिंग का आयोजन हुआ.   सम्मेलन के प्रथम सत्र में प्रदेश के कृषि मंत्री माननीय श्री बृजमोहन अग्रवाल की विशिष्ट उपस्थिति रही। राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए नेफ्सकाॅब के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दिलीप संघानी ने कहा कि सहकारिता एक विचार मंच है, जिनका नेटवर्क एवं कार्यशैली ग्रामीण जनजीवन से जुड़ा हुआ है । किसान प्राथमिक सहकारी समितियों से कृषिगत ऋण लेते हैं एवं कृषि से जुड़े एलाईड एक्टीविटीस जैसे दुग्ध व्यवसाय, गन्ना उत्पादन, मछली पालन एवं कुटीर उद्योगों का संचालन कर आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त कर रहे हैं । 

नेशनल फेडरेशन ऑफ़ स्टेट कोऑपरेटिव बैंक्स (नेफस्काब) कीे बोर्ड मीटिंग 
प्रदेश के कृषि मंत्री माननीय श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसानों की खेती के लिए ऋण उपलब्ध कराने में सहकारी बैकों का बड़ा हिस्सा होता है । किसान सीधे समितियों से जुड़ा होता है, ऐसी स्थिति में किसानों को मूल स्थान पर ही आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रयास की आवश्यकता है । सम्मेलन में देश की सहकारिता की दशा एवं दिशा के संबंध में सार्थक चर्चाएं की गई । ऐसे आयोजन से ना केवल छत्तीसगढ़ की सहकारिता समृद्ध होगी बल्कि पूरे देश की सहकारिता आर्थिक रूप से अधिक समृद्ध और सशक्त होगा। 

इस अवसर पर अपेक्स बैंक के अध्यक्ष एवं नेफ्सकाॅब के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने कहा कि यह सम्मेलन एक राष्टीय तश्वीर है। जिसमें लैम्पस/पैक्स, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों, राज्य एवं देश के शीर्ष सहकारी संस्थाओं की भागीदारी है। छ.ग. देश का ऐसा राज्य है जहां के किसानों को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराया जाता है । 
अपेक्स बैंक रायपुर द्वारा प्रकाशित स्मारिका सहकार ज्योति
का विमोचन

खरीफ 2015 हेतु छत्तीसगढ़ के किसानों को प्राथमिक सहकारी समितियों द्वारा 2280 करोड़ का कृषि ऋण प्रदाय कर चुका है । सहकारिता के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीदी होती है । उन्होने आगे कहा कि सबका साथ - सबका विकास को सहकारिता का मूलमंत्र कहा है । अंत्योदय के सिद्धांत का पालन करते हुए गरीबी से निजात पाई जा सकती है । विभिन्न क्षेत्रों में सहकारिता कैसे स्थापित हो इसके लिए गहनचिंतन की आवश्यकता है । 

किसान क्रेडिट कार्ड के रिसर्च के आधार पर नेफ्स्काब द्वारा
प्रकाशित स्टडी रिपोर्ट का विमोचन
राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन में ब्रिजेन्द्र सिंग दिल्ली, श्री रमेश चंद्र चैबे बिहार, श्री उल्लास बी.फलदेसाई गोवा, श्री अवतार सिंह जीरा पंजाब, श्री भगत सिंह अंडमान निकोबार, श्रीमती टी. लालमुनपुई मिजोरम, श्रीमती लीला मदेरना राजस्थान, श्री राजेश सिंह यादव उत्तरप्रदेश, श्री के.पी.बेबी केरल, श्री के.एन.राजन्ना कर्नाटक, डाॅ. एन मुरलीधरन तेलंगाना, श्री के.नागा मालेश्वराराव आंध्रप्रदेश, श्री तुशारकांती पण्डा उड़ीसा, श्री बी.सुब्रहम्णयम् प्रबंध संचालक नेफ्सकाॅब मुम्बई, छ.ग. मार्कफेड के अध्यक्ष श्री राधाकृष्णन गुप्ता, दुग्ध सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री रसिक परमार, भोरमदेव शक्कर कारखाना के अध्यक्ष श्री रधुराज सिंह, श्री प्रीतपाल बेलचंदन अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग, श्री योगेश चन्द्राकर, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर व शीर्ष सहकारी नेतृत्व एवं श्री एच.के.नागदेव प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक उपस्थित रहे । 

राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन में अपेक्स बैंक रायपुर द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘‘सहकार ज्योति’’ एवं नेफ्सकाॅब द्वारा संपादित किसान क्रेडिट कार्ड पर केन्द्रित स्टडी रिर्पोट का विमोचन किया गया । 

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से उनके आवासीय कार्यालय में देश के विभिन्न राज्यों से आए राष्ट्रीय राज्य सहकारी बैंक फेडरेशन (नेफ्सकॉब) के संचालक मण्डल के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की. प्रतिनिधि मण्डल में नेफ्सकॉब के अध्यक्ष श्री दिलीप संघानी, श्री ब्रिजेन्द्र सिंह दिल्ली, श्री रमेश चंद्र चैबे बिहार, श्री उल्लास बी.फलदेसाई गोवा, श्री अवतार सिंह जीरा पंजाब, श्री भगत सिंह अंडमान निकोबार, श्रीमती टी. लालमुनपुई मिजोरम, श्रीमती लीला मदेरना राजस्थान, श्री राजेश सिंह यादव उत्तरप्रदेश, श्री के.पी.बेबी केरल, श्री के.एन.राजन्ना कर्नाटक, डाॅ. एन मुरलीधरन तेलंगाना, श्री के.नागा मालेश्वरा राव आंध्रप्रदेश, श्री तुशारकांती पण्डा उड़ीसा एवं श्री बी.सुब्रहम्णयम् प्रबंध संचालक नेफ्सकाॅब मुम्बई शामिल थे.

                                        
राष्ट्रीय राज्य सहकारी बैंक फेडरेशन (नेफ्सकॉब) के संचालक मण्डल के सदस्यों ने 27 सितंबर को केंद्री एवं मानिकचौरी प्राथमिक सोसाईटी का भ्रमण किया. इस अवसर पर उन्होंनें किसानों को विद्युत् पंप, स्प्रिन्गलर, स्प्रेयर तथा किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किये. ग्रामीणों ने सभी सदस्यों का गर्मजोशी से तथा परंपरागत ढंग से स्वागत किया.
                                                                                
राष्ट्रीय राज्य सहकारी बैंक फेडरेशन (नेफ्सकॉब) के संचालक मण्डल के सदस्यों ने 27 सितंबर को केंद्री एवं मानिकचौरी प्राथमिक सोसाईटी का भ्रमण किया. इस अवसर पर उन्होंनें किसानों को विद्युत् पंप, स्प्रिन्गलर, स्प्रेयर तथा किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किये. ग्रामीणों ने सभी सदस्यों का गर्मजोशी से तथा परंपरागत ढंग से स्वागत किया.                                                         
   
नेफ्सकॉब के प्रतिनिधि मंडल का अभनपुर में 27 सितंबर को गर्मजोशी से स्वागत हुआ.
                          
रायपुर में दिनांक 26 सितंबर को संपन्न नेफ्सकाब की बोर्ड मीटिंग को संबोधित करते हुए 

   मिडिया में नेफ्सकाब 





NAFSCOB Board meets in Raipur

The apex federation of state cooperative banks NAFSCOB held its Board meeting in Chattisgarh last week. The Apex Bank Chairman Ashok Bajaj said it is the first time that the NAFSCOB’s Board is meeting in Raipur.
Besides the board members the state agriculture minister Mr Brij Mohan Agrawal also participated in the event. He said cooperative banks are playing a major role in giving loans to the farmers.
The co-operative conference that took place after the Board meeting saw meaningful debates on the goals and performance of the cooperative sector in society. Speaking on the occasion Ashok Bajaj said Chattisgarh is a state where co-op banks give loan to farmers without charging any interest.
On this occasion the Governing council members also visited the centers of Primary agricultural cooperative credit societies located in the State. The GC praised the interest free loan scheme and Public distribution system which are operated by these PACS societies here.
NAFSCOB leaders gave Kisan Credit Card to the members of PACS and also distributed Digital Pump sets, Foot Spare and other agricultural inputs to the famers which were provided by the agricultural department of the state.

Among others NAFSCOB Chairman Dilip Shangani, Vice President, Bijendra Singh, Apex Bank chairman Ashok Bajaj, Ramesh Chaubey, Ulas B Phaldesai, Avtar Singh Jeera, Bhagat Singh, Mrs T Lalmunpai, Mrs Leela Madrena, Rajesh Singh Yadav, K P Bebi, K N Rahanna, Dr N Murlidharan, K Naga Maleshwar Rao, Tusharkanti Panda and NAFSCOB MD B Subramaniyam were present. indian coperative

NAFSCOB Directors felicitated at Apex Bank

The Governing Council members of NAFSCOB Mrs T Lalmunpui, Shri Bhagat Singh and MD Shri B Subramaniyam along with Vice Chairman Ashok Bajaj visited headquarters of Apex Bank at Raipur. There were felicitated by the staffs as they also visited Pandari branch and ATM.
National federation of State Cooperative Banks (NAFSCOB) National Vice-President Ashok Bajaj said the pending proposal of opening branches of the apex bank is under the consideration of the Reserve bank of India.
He further said cooperatives should be included in the school syllabus.
Readers would recall that earlier Union Agriculture Minister Radha Mohan Singh had written a letter to Union HRD minister Smriti Irani for proposing a Cooperative related chapter in Syllabus of Schools and universities.
NAFSCOB Managing Director Bhima Subrahmanyam lauded the role and the activities of the Apex Bank in the state. He also proposed a vote of thanks. indian cooperative 
   

29 अगस्त, 2015

रक्षाबंधन के अवसर पर ग्रामीणों को मिला बीमा का उपहार

समाचार 

अभनपुर विकासखंड के ग्राम सुन्दरकेरा में आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए छ.ग.राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स) के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने ग्रामीणों से अधिक से अधिक संख्या में बीमा करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह कम प्रीमियम राशि में सरकार द्वारा दिया गया सुरक्षा कवच है, जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। श्री बजाज ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा के तहत प्रीमियम की राशि 12 रूपए निर्धारित है। शिविर में सभी जन प्रतिनिधियों को ग्रामीण महिलाओं ने रक्षा सूत्र बांधा और और जन प्रतिनिधियों ने उन्हें बीमा का उपहार दिया।
       शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शारदा वर्मा ने भी ग्रामीण भाईयों का बीमा करवाने की घोषणा की। शिविर में जिला पंचायत सदस्य श्री पीयूष कोसरे सहित अन्य जन प्रतिनिधि, कलेक्टर ठाकुर रामसिंह और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवनीश शरण और सभी विभागीय अधिकारी मौजूद रहें। सुंदरकेरा शिविर में ग्रामीणों से 258 आवेदन मिले, जिनमें से 113 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर लिया गया। स्वच्छ भारत अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य के लिए नवाजतन स्व-सहायता, जय महामाया क्लब, जय महामाया स्व-सहायता समूह, सरस्वती स्व-सहायता समूह, जय मॉ शारदा स्व-सहायता समूह को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। शिविर में श्री बजाज द्वारा हितग्राहियों को शासकीय योजनाओं के तहत सामाग्री का वितरण कर लाभान्वित किया गया। कृषि विभाग द्वारा 09 हितग्राहियों को श्री चंद्रशेखर साहू, श्री नीलकंठ साहू, घनश्याम साहू, श्री लेघू यादव, श्री बहमनानंद साहू, श्री लावन साहू, श्री सुदामा साहू, श्री अश्वनी साहू और श्री लखन साहू को स्प्रेयर का वितरण किया गया। इसी प्रकार 12 हितग्राहियों को कृषि यंत्रों के लिए अनुदान राशि दी गई जिसमें श्री हिम्मत लाल, श्री रोहित साहू, श्री कोमल साहू, श्री शंकर लाल सेन, श्री सालिक राम, श्री ताराचंद, श्री रामकुमार निर्मलकर और श्री तुकाराम, श्री होरी लाल, श्री रेखू राम, श्री मालिक राम साहू और श्री पुनित राम साहू शामिल है। शिविर में कलेक्टर ठाकुर रामसिंह और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवनीश शरण द्वारा विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया गया।DPR RAIPUR
 क्रमाक: 08-120/रचना
haribhomi raipur 29.8.2015
                                                                                 
haribhomi raipur 29.8.2015
                                                                                 
Deshabandhu raipur 29.8.2015
                                                                           
Agradoot raipur 29.8.2015

24 अगस्त, 2015

प्रधानमंत्री के ’मन की बात’ ने बढ़ाया रेडियो का महत्व

श्रोता दिवस पर रायपुर में अखिल भारतीय रेडियो श्रोता सम्मेलन संपन्न

प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 अगस्त 2015 को छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ द्वारा ’श्रोता दिवस’ के अवसर पर यहां अखिल भारतीय श्रोता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ सहित हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों के रेडियो श्रोता संघों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन में रेडियो श्रोताओं को छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिकाएं भी वितरित की गई। 

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक (अपेक्स बैंक) के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सूचना क्रांति के इस आधुनिक युग में टेलीविजन और इंटरनेट जैसे संचार संसाधनों में वृद्धि के बावजूद रेडियो की महत्ता और प्रासंगिकता आज भी कायम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने मन की बात कहने के लिए रेडियो को चुना है। उनके द्वारा आकाशवाणी से ’मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए हर महीने देश की जनता को सम्बोधित करने की जो शुरूआत की गई है, उससे भारत में रेडियो का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। यह हम सबके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। श्री बजाज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के रेडियो श्रोता भी प्रधानमंत्री के ’मन की बात’ बड़े चाव से सुनते हैं। उन्होंने कहा कि रेडियो की महत्ता को खत्म करने के सारे कुचक्र फेल हो गए हैं। रेडियो अपने नये रूप में एक बार फिर लोकप्रियता हासिल करने लगा है। श्री बजाज ने कहा कि भारत में प्रथम रेडियो प्रसारण स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारियों द्वारा 20 अगस्त 1921 को हुआ था। इस दिन को यादगार बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के रेडियो श्रोताओं द्वारा विगत दस वर्षों से लगातार हर साल ’श्रोता दिवस’ और श्रोता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। 

 कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ संपादक श्री नीलकण्ठ पारटकर ने कहा कि आधुनिक समय में रेडियो का महत्व न तो कभी कम हुआ है और न कभी कम होगा। रेडियो गांव में, नाव में और कहीं भी, कभी भी सुना जा सकता है। रेडियो देश की रक्षा के लिए सरहदों पर मोर्चे पर तैनात हमारे वीर जवानों का भी साथी है। सम्मेलन को विशेष अतिथि की आसंदी से विविध भारती (मुम्बई) के वरिष्ठ उदघोषक श्री अशोक सोनावाणे ने भी सम्बोधित किया। उनके अलावा आकाशवाणी रायपुर के उदघोषक श्री दीपक हटवार, हिन्दी और छत्तीसगढ़ी के लोकप्रिय कवि श्री रामेश्वर वैष्णव, वरिष्ठ रंगकर्मी श्री चंद्रशेखर व्यास और आकाशवाणी अम्बिकापुर के उदघोषक श्री शोभनाथ साहू सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर लगभग 109 बार रक्तदान कर चुके श्री विनोद माहेश्वरी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। देहदान की घोषणा करने वाले सर्वश्री रतन जैन, विनय शर्मा और परसराम साहू भी सम्मानित किए गए। अनेक वरिष्ठ और सक्रिय रेडियो श्रोताओं को भी सम्मानित किया गया। श्रोताओं और उदघोषकों के बीच रेडियो कार्यक्रमों को लेकर परस्पर दिलचस्प बातचीत भी हुई। फरमाइशी गीतों के कार्यक्रमों में अपना नाम शामिल नहीं किए जाने को लेकर आत्मीय शिकायतें भी कुछ श्रोताओं ने रखी। उदघोषकों ने इसे रेडियो के प्रति श्रोताओं के गहरे जुड़ाव का परिचायक बताया। 

छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष श्री परसराम साहू, सचिव श्री विनोद वंडलकर सहित सर्वश्री रतन जैन, मोहन देवांगन, कमल लखानी, डॉ. प्रदीप जैन, कमलकांत गुप्ता, सुरेश सरवैया, पुरूषोत्तम सिंह, कांतिलाल बरलोटा, हरमिंदर सिंह चावला, चंद्रपाल सिंह, आर.सी. कामड़े, दिनेश वर्मा, भागवत वर्मा, ईश्वरी प्रसाद साहू, दुर्गाराम साहू, लक्ष्मण सिंह, रमेश यादव, धरमदास वाधवानी, प्रदीप चंद, तुकाराम कंसारी, श्रीमती वीणा वंडलकर, श्रीमती कोकिला जैन, श्रीमती रवीना लखानी, वाराणसी (उत्तरप्रदेश) के सर्वश्री बबलू आम्रवंशी, मुस्ताक सुलेमानी, आजान कुमार सिंग, सरीफुद्दीन अंसारी, रोहतक (हरियाणा) के श्री महेन्द्र शाह, सागर (मध्यप्रदेश) के श्री चंद्रेश गौहर और कटनी(मध्यप्रदेश) के श्री अनिल ताम्रकार भी सम्मेलन में उपस्थित थे। 

वरिष्ठ श्रोताओं का सम्मान 



19 अगस्त, 2015

स्वतंत्रता दिवस 2015 के नज़ारे

  स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने निवास के अलावा अपेक्स बैंक मुख्यालय रायपुर, सरस्वती शिशु मंदिर अभनपुर, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला अभनपुर, एवं शासकीय बजरंगदास हायर सेकेण्डरी स्कूल अभनपुर में ध्वजारोहण एवं इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिला. इसके अतिरिक्त नगर पंचायत अभनपुर के स्टेडियम में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम तथा आवाज़ सोशल वेलफेयर सोसाईटी द्वारा मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के प्रशिक्षण प्राप्त विद्यार्थियों के प्रमाणपत्र वितरण समारोह में भाग लिया. इसके पश्चात् टाउन हाल रायपुर में प्रदेश सरकार के जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित फोटो प्रदर्शनी ‘सोनहा बिहान’ के उद्घाटन समारोह एवं राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला.   
स्वतंत्रता दिवस 2015 : चौपाल रायपुर में ध्वजारोहण.

स्वतंत्रता दिवस 2015 : अपेक्स बैंक मुख्यालय रायपुर में ध्वजारोहण.
                                                                                     
स्वतंत्रता दिवस 2015 : अपेक्स बैंक मुख्यालय रायपुर.
                                                                             
स्वतंत्रता दिवस 2015 : सरस्वती शिशु मंदिर अभनपुर में ध्वजारोहण.
                                                                         
स्वतंत्रता दिवस 2015 : सरस्वती शिशु मंदिर अभनपुर.
                                                                                 
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. कन्या उच्च. माध्य. शाला अभनपुर में ध्वजारोहण.
                                                                               
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. कन्या उच्च. माध्य. शाला अभनपुर.

                                                                     
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. कन्या उच्च. माध्य. शाला अभनपुर.

                                                                       
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. बजरंग उच्च. माध्य. शाला अभनपुर में ध्वजारोहण.
                                                                                 
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. बजरंग उच्च. माध्य. शाला अभनपुर के मेघावी छात्र.
                                                                               
स्वतंत्रता दिवस 2015 : शास. बजरंग उच्च. माध्य. शाला अभनपुर
                                                                                 
स्वतंत्रता दिवस 2015 : नगर पंचायत अभनपुर के स्टेडियम में वृक्षारोपण.
                                                                             
मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले हूनरबाजों को आवाज़ सोशल वेलफेयर सोसाइटी अभनपुर द्वारा 15 अगस्त को राष्ट्रीय माड्यूलर रोजगारपरक कौशल प्रमाण पत्र वितरित किये गए.
                                                                           
संबोधन 
                                                                               
मुख्यमंत्री मान. डाॅ. रमन सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रायपुर के ऐतिहासिक टाउन हाल में
प्रदेश सरकार के जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित फोटो प्रदर्शनी ‘सोनहा बिहान’ का शुभारंभ किया.
                                                                             
टाउन हाल रायपुर में जनसम्पर्क विभाग द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
आयोजित फोटो प्रदर्शनी ‘सोनहा बिहान’ का अवलोकन.