समसामयिक, धर्म, संस्कृति, पर्यावरण एवं सामाजिक सरोकार
Linkbar
मुख पृष्ठ
न्यूज़ ब्लॉग
चौपाल भारती
फेसबुक
ट्विटर
ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है
23 दिसंबर, 2018
रिश्ते और रास्ते
रिश्ते और रास्ते के बीच,
एक अजीब रिश्ता होता है !
कभी रिश्तों से रास्ते मिल जाते है,
और कभी रास्तों में रिश्ते बन जाते हैं !
इसीलिए चलते रहिये और रिश्ते निभाते रहिये
खुशियाँ तो चन्दन की तरह होती हैं,
दूसरे के माथे पे लगाओ तो अपनी
उंगलियाँ भी महक जाती हैं !
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)