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19 अगस्त, 2010

ब्लागिंग में अर्धशतक

मेरे 50 वे पोस्ट में आपका हार्दिक स्वागत है

आप सब ब्लागर मित्रों के सहयोग एवं हौसला अफजाई का ही परिणाम है कि मैं मात्र 88 दिनों के सफ़र में  अर्धशतक तक पहुँच पाया हूँ . मेरा पहला पोस्ट "जल जो न होता तो ये  जग जाता जल" दिनांक 22 मई को प्रकाशित हुआ था, उसके.बाद मैंने ब्लाग में.ज्यादा रूचि नहीं दिखाई लेकिन एक दिन अचानक धुरंधर लिख्खाड़ भाई ललित शर्मा से भेंट हुई चर्चा के दौरान मैने पर्यावरण  से सम्बंधित लेख की चर्चा की तब मुझे नहीं मालूम था कि वह ब्लागिंग की दुनिया में काफी लम्बा मुकाम तय  कर चुका है उसने मुझे नियमित  लिखने की सलाह दी. लिखने का शौक मुझे बचपन से है लेकिन अन्य व्यस्तताओं के चलते कई अरसे से लेखनी का कार्य बंद सा हो गया था कभी कभी अख़बारों के लिए लिखता रहा. लेकिन ललित भाई की सलाह मिलते ही मैं ब्लागिंग में नियमित रूप से आने लगा. मैं लिखता गया प्रशंसक बनते गए सब ने मेरा हौसला अफजाई किया इसका  नतीजा आपके सामने है.   मैं आप सब का ह्रदय से आभारी हूँ. जय हिंद....!!!!  


माह अगस्त-2010

अमेरिका ने माना भारत का लोहा

आचार्य श्रीराम शर्मा की सूक्तियाँ
विचार तत्व

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद ही अंतिम विकल्प

भारत की विश्व को देन

अर्जुन सिंह ने राज को और गहरा दिया ?

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद

E.V.M. पर विवाद

देशबंधु में अगस्त क्रांति

शिवालयों में जलाभिषेक

हरियाली

 रेडियो श्रोता सम्मेलन

 ब्लॉग 4 वार्ता

महंगाई डायन और छत्तीसगढ़

आभार - 2

बेमौसम शादी ?

चुनाव आयोग और ई. व्ही.एम. की विश्वसनीयता

आभार

सपनों की सच्चाई को जिसने दिया आकार है

अगस्त यानि क्रांतिकारी महीना

बेड़ा पार

विचार तत्व
 
    माह जुलाई 2010  
 
राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन की जयंती पर विशेष

यथार्थवादी साहित्यकार मुंशी प्रेमचन्द

छत्तीसगढ़ में राम

विचार तत्व

समाचार पत्रों का आभार - 2

महंगाई व नक्सलवाद मुद्दे पर उलझी लोकसभा व विधानसभा...

सावन की झड़ी

आया सावन : भाया सावन : छाया सावन

अपरम्पार है गुरू की महिमा

समाचार पत्रों का आभार

रेडियो प्रसारण दिवस

भामाशाह जिन्दा है

मनुष्य

भारत पाक वार्ता : शांति बनाम क्रांति

प्रदूषण के खिलाफ जंग-- हरियर अभियान

महंगाई डायन खाय जात है.........

रुपए की धाक

पहले अंडा आया या मुर्गी ?

ब्लॉग 4 वार्ता: सावधान! खतरनाक जीवों से,विश्वास का...

भविष्यवक्ता पॉल बाबा

दिन है सुहाना आज पहली तारीख है
 
  माह जून - 2010 
 
माँ

नशाखोरी की बढ़ती प्रवृति समाज के लिए घातक

मोदी-नीतिश विवाद

नवां अंजोर
 
  माह मई -2010
 
जल है तो कल है

जल जो न होता तो ये जग जाता जल 00260

अमेरिका ने माना भारत का लोहा


अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे 




    आखिरकार अमेरिका ने भारत का लोहा मान ही लिया। अमेरिकी  राष्ट्रपति  बराक   ओबामा  ने  आज स्वीकार किया   कि भारत एक ग्लोबल ताकत है। उन्होंने कहा कि वह भारत के साथ सामरिक संबंधों को मजबूत बनाना चाहते हैं ताकि 21 वीं सदी की चुनौतियों और क्षेत्रीय मुद्दों से निपटा जा सके। दक्षिण एशिया मामलों के सहायक विदेशमंत्री रॉबर्ट ब्लैक ने अमेरिकी सीनेट  की विदेश मामलों की समिति के समक्ष  कहा कि ओबामा भारत और अमेरिका के बीच मौजूदा सामरिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दॄढ संकल्पित   हैं। ओबामा के नए प्रशासन में भारत अमेरिकी संबंधों के भविष्य के बारे में सेनेटर टॉम कासे के सवाल पर रॉबर्ट  ब्लैक ने बताया कि  , 'ओबामा ने कहा है कि अमेरिका भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप देखता है। उनका मानना है कि भारत     21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए अमेरिका का अहम साथी हो सकता है। अमेरिका की इस स्वीकारोक्ति से यह कहावत चरितार्थ हो गई कि " अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ।"  इस घटना से  अब  भारत के प्रति बैर-भाव  रखने वाले अन्य  देश के राष्ट्राध्यक्षों  को सबक  लेना  चाहिए । ००२६७