ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

12 नवंबर, 2010

ग्राम-चौपाल - कम्प्यूटर में हाईटेक पटाखे

                          हमने पिछले माह एक पोस्ट लगाई थी जिसमें हमने लिखा था कि ब्लाग के दीवानों के लिए यह खुशखबरी से कम नहीं कि आने वाले दिनों में ब्लाक जगत की गतिविधियों की खबरों को अखबारों में स्थान मिलने लगेगा . देखें -- " ब्लागरों के लिए खुशखबरी "

                          तब से लगातार आप अनुभव कर रहें होंगें कि ब्लाक जगत की गतिविधियों की खबरों को अखबारों में स्थान मिल रहा है  . आज सुबह जब हमने अखबार खोला तो देखा कि दिनांक 5-11-2010 यानी दीवाली के दिन लगी पोस्ट " दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं " के आधार पर दैनिक हरिभूमि रायपुर ने एक धमाकेदार समाचार प्रकाशित किया है .आप सबकी जानकारी के लिए हम ' हरिभूमि ' की कतरन यहाँ लगा रहें है . यह है वेब दुनिया का वह 'अनारदाना ' जो पूरी तरह प्रदूषण मुक्त है . शायद आपको भी पसंद आयें .

                 
                           लोकप्रिय हिंदी दैनिक " हरिभूमि " 11-11-2010





11 नवंबर, 2010

आज हम यहाँ है

      आज हम यहाँ है ..........  यह  शीर्षक  आपको जरूर अटपटी लग रही होगी ,लेकिन यह समाचार पढ़ कर आप खुद समझ जायेंगे .यह कतरन है आज के लोकप्रिय हिंदी दैनिक " हरिभूमि "  का  जिसमें इस ब्लॉग के एक पोस्ट पर रिपोर्ट प्रकाशित की है  . विस्तृत विवरण के लिए अगली पोस्ट का इंतजार करें . धन्यवाद .  



लोकप्रिय हिंदी दैनिक " हरिभूमि "  11-11-2010


फिर बौखलाया पाक

पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत को अमेरिका द्वारा समर्थन दिए जाने की निंदा की है. इतना ही नहीं राष्ट्रीय कैबिनेट के स्तर पर प्रस्ताव पास कर उसे समझ के बाहर बताया है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि संघीय सरकार ने एक प्रस्ताव पास कर "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत को समर्थन देने के अमेरिका के फैसले पर गंभीर चिंता और तीव्र असंतोष व्यक्त किया है."प्रस्ताव में कहा गया है कि यह समझ से बाहर है कि अमेरिका उस भारत को समर्थन दे रहा है जिसकी संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन में धुंधली साख है.
प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक द्वारा पास प्रस्ताव में भारत पर जम्मू कश्मीर पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की अवहेलना करने और कश्मीरी जनता के मानवाधिकारों का व्यवस्थित हनन करने का आरोप लगाया गया है.


इस सप्ताह अपने भारत दौरे पर संसद को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पुनर्गठित सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य के रूप में भारत का स्वागत करने की बात कही थी.

10 नवंबर, 2010

अमरीका के बाद चीन भी झुका ,पाकिस्तान में खलबली

    

    अमरीका द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता की पैरवी करने के बाद अब चीन ने भी अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन किया है .जबकि पडोसी देश पाकिस्तान में इससे खलबली गई मची हुई है .

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और संयुक्त राष्ट्र में भारत की बड़ी भूमिका निभाने की आकांक्षा समझता है और भारत के साथ-साथ अन्य सदस्यों के साथ सुरक्षा परिषद के सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है.ग़ौरतलब है कि सुरक्षा परिषद के पाँच स्थाई सदस्यों में से केवल चीन ही है जिसने अब तक स्पष्ट तौर पर भारत की स्थाई सदस्यता का अनुमोदन नहीं किया है.

दूसरी ओर पाकिस्तान ने भारत की स्थाई सदस्यता के प्रश्न पर अमेरिकी रूख का विरोध करते हुए कहा कि "  ये  अनुमोदन संयुक्त राष्ट्र की सुधार प्रक्रिया को और जटिल बनाता है. ऐसा सुधार जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल सिंद्धांतों और संप्रभुता में बराबरी के सिद्धांत का उल्लंघन करता हो  ; सामूहिक सुरक्षा का उल्लंघन करता हो उससे अंतरराष्ट्रीय संबंधो को आघात पहुँचेगा. "
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नईदिल्ली में भारतीय संसद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का अनुमोदन किया था.