हिंदी ब्लोगरों का सम्मलेन 21नवम्बर को रोहतक में आयोजित किया गया है .इस सम्मलेन में दुनिया भर के नामी-गिरामी ब्लोगरों के इकठ्ठा होने का संकेत है .छत्तीसगढ़ के भी ब्लोगर रवाना हो चुकें है . शायद आप भी इस सिलसिले में रोहतक में होंगें .श्री राज भाटिया भी पहुँच चुंकें है .उन्होंने आज अपने पोस्ट में अपना मोबाईल नंबर दिया है ( 09560922699 ).रात को ९.41 बजे उनसे चर्चा हुई .बड़े प्रसन्न चित्त थे .
लगता है अधिकांश ब्लोगर अपना लैप-टाप साथ ले गए है सो रास्ते का वृतांत भी लिखते लिखते जा रहे है .कुछ ने रेल-यात्रा तो कुछ ने बस-यात्रा के संस्मरण के पोस्ट लगायें है .
रोहतक यात्रा प्रारंभ हो चुकी है. कल रायपुर से ४.50 को दुर्ग जयपुर एक्सप्रेस से रवाना हुए कोटा के लिए. स्टेशन पहुच कर देखा तो अपार भीड़ थी. इतनी भीड़ मैंने कभीकभी रायपुर रेलवे स्टेशन पर नहीं देखी थी. मैंने सोचा कि यदि ये सभी जयपुर की सवारी है तो आज की यात्रा का भगवान ही मालिक है. तभी रायपुर डोंगरगढ़ लोकल गाड़ी आ कर खड़ी हुयी. आधी सवारी उसमे चली गई. थोडा साँस में साँस आया. अपनी गाड़ी भी आकर स्टेशन पर लगी. अपनी सीट पर हमने कब्ज़ा जमा लिया. तभी एक बालक भी आकर बैठा. खिड़की से उसके मम्मी-पापा उसे ठीक थक यात्रा करने की सलाह दे रहे थे. उसके पापा ने मुझे मुखातिब होते हुए कहा-"सर जरा बच्चे का ध्यान रखना और इसके पास मोबाइल और रिजर्वेशन नहीं है. कृपया टी टी को बोल कर कन्फर्म करवा देना और आप अपना नंबर भी दे दीजिये मैं इससे बात कर लूँगा. मैंने भी हां कह कर एक मुफ्त की जिम्मेदारी गले बांध ली. क्या करें अपनी आदत ही ऐसी है. दिल है की मानता नहीं है. दो चार सवारियां और आ गई हमारी बर्थ पर.
अन्तर सोहिल, रोहतक ने लिखा है
"हर बात का वक्त मुकर्रर है, हर काम की शात होती है
वक्त गया तो बात गयी, बस वक्त की कीमत होती है"
कहने का तात्पर्य यह है कि रोहतक सम्मलेन की चर्चा नेट-जगत में ऐसे हो रही है जैसे पिछले वर्ष कोपेन-हेगेन की हो रही थी . सम्मलेन में मै तो नहीं पहुँच पा रहा हूँ ,दूर से परिणाम की प्रतीक्षा है .इस सम्मलेन का हश्र भी कोपेन-हेगेन सम्मलेन की तरह ना हो . सम्मलेन के आयोजकों एवं सभी प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएं .
वक्त गया तो बात गयी, बस वक्त की कीमत होती है"
कहने का तात्पर्य यह है कि रोहतक सम्मलेन की चर्चा नेट-जगत में ऐसे हो रही है जैसे पिछले वर्ष कोपेन-हेगेन की हो रही थी . सम्मलेन में मै तो नहीं पहुँच पा रहा हूँ ,दूर से परिणाम की प्रतीक्षा है .इस सम्मलेन का हश्र भी कोपेन-हेगेन सम्मलेन की तरह ना हो . सम्मलेन के आयोजकों एवं सभी प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएं .