प्रेस विज्ञप्ति
रायगढ़ सहित कई मृतप्राय बैंकों को भाजपा सरकार ने पुनर्जीवित किया
रायपुर/भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक बजाज ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक के खातेदारों को बरगलाने वाले कांग्रेस के नेता उस वक्त कहां सोये थे जब जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायगढ़ के 87 हजार खातेदारों का 42 करोड़ रूपिया डूब रहा था, जबकि उस समय प्रदेश में उनकी सत्ता थी। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार ने बैंक को बचाने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा दिये गए सुझावों की भी अनदेखी करते हुए गारण्टी देने से इंकार कर दिया था, यदि सरकार गारण्टी दे देती तो बैंक का अस्तित्व समाप्त नहीं होता। उस समय कांग्रेस के नेताओं ने 87 हजार कृषक खातेदारों की कोई परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि बैंक के डूब जाने से बैंक में कार्यरत 300 अधिकारी/कर्मचारी भी बेरोजगार हो गये हैं।
श्री बजाज ने कहा कि रायगढ़ सहकारी बैंक के डूबने के पहले रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के नेतृत्व में आयी टीम ने रायपुर को छोड़कर सभी जिला सहकारी बैंकांे की वित्तीय हालत पर चिंता प्रकट की थी। यदि सन् 2003 में प्रदेश में डॉ0 रमनसिंह की सरकार नहीं बनती तो रायगढ़ के साथ-साथ बिलासपुर, सरगुजा, दुर्ग, राजनांदगांव एवं बस्तर के जिला सहकारी बैंक भी डूब चुके होते। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने इस बैंकों की हालत सुधारने का काम किया है, फलस्वरूप आज सभी जिला सहकारी बैंक फायदे में चल रहे हैं।
श्री बजाज ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में केवल सहकारी बैंक ही नहीं, बल्कि प्राथमिक सहकारी समितियों, विपणन सहकारी समितियों एवं कृषि व ग्रामीण विकास बैंकों की माली हालत खराब हो चुकी थी, इसके अलावा अनेक नागरिक सहकारी बैंक भी डूबने के कगार पर थे। अधिकांश सहकारी संस्थाओं एवं समितियों को आर्थिक पैकेज देकर भाजपा सरकार ने पटरी पर लाया है।
श्री बजाज ने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद जिला सहकारी बैंक रायगढ़ को पुनर्स्थापित करने का लगातार प्रयास हो रहा है फलस्वरूप रिर्जव बैंक ने रायगढ़ के स्थान पर जशपुर में जिला सहकारी बैंक की स्थापना के लिए सहमति प्रदान कर दी है। शीघ्र ही पंजीयन के बाद यह बैंक अस्तित्व में आ जायेगा, जिसमें जशपुर के अलावा रायगढ़ जिला भी शामिल होगा।
श्री बजाज ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सहकारी आंदोलन को कुचलने का तथा सहकारी संस्थाओं को डूबोने का ही काम किया है, जबकि भाजपा ने सत्ता में आते ही मृतप्राय सहकारी संस्थाओं को जीवनदान देकर सहकारी आंदोलन के प्रति प्रदेश की जनता का विश्वास बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों की नैया डूबाने वाले वही नेता इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक के खातेदारों को झांसा दे रहे हैं कि यदि हमारी सरकार आयी तो हम आपका पैसा लौटा देंगे। श्री बजाज ने इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक के खातेदारों से अपील की है कि वे ऐसे नेताओं के झांसे में न आयें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें