तिहाड़ जेल से अगले छह माह के अन्दर रिहा होने वाले कैदियों की लाटरी खुल गई है . देश की कई नामी गिरामी कंपनियों ने शानदार पैकेज के साथ 80 कैदियों को नौकरी का लेटर थमाया है जिनमे 10 महिला कैदी भी शामिल है .कंपनियों ने बेहतर कार्यक्षमता वाले कैदियों को वेतन देने में काफी उदारता दिखाई है और तीन कैदियों को छह-छह लाख रुपए के वार्षिक पैकेज पर रखा है. तिहाड़ में प्लेसमेंट के लिए पहुंचे विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के समक्ष 90 कैदियों ने आवेदन किया जिसमें से 80 को नौकरी दी गई.आवेदन करने वाली सभी 10 महिला कैदियों को रोजगार दिया गया. महिला कैदियों का पैकेज भी दो लाख से पांच लाख रुपए सालाना का रखा गया है.
कैदियों को छह लाख रुपए तक का पैकेज देकर रिकॉर्ड बनाने वाली कंपनी का नाम मिलेनियम बिल्डर्स है .जिस कैदी को 6 लाख रुपये साल का पैकेज मिला है , उसे अपहरण के एक मामले में सेशन कोर्ट से उम्र-कैद की सजा मिली हुई है अभी हाई कोर्ट में उसकी अपील विचाराधीन है. यूपी के उस युवक ने कानपुर युनिवर्सिटी से बीए की थी . जेल में रहते हुए वह टूरिज़म मैनेजमेंट में मास्टर्स और सोशल वर्क में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स कर रहा है. वह दोनों कोर्स जेल में ही बने इग्नू के सेंटर से कर रहा है.उसने कंप्यूटर में भी कई पीजी और डिप्लोमा कोर्स कर रखे हैं.
जेल में रहते हुए अच्छी नौकरी मिल जाने से निश्चित रूप से वह प्रसन्न होगा .यदि वह जेल से छूट कर अच्छे काम में लग जाता है तो यह अच्छी बात है . अपने पूर्व के अपराधों के पश्चाताप स्वरूप उसे नई पीढ़ी को अपराध की दुनिया से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए .
कैदियों को छह लाख रुपए तक का पैकेज देकर रिकॉर्ड बनाने वाली कंपनी का नाम मिलेनियम बिल्डर्स है .जिस कैदी को 6 लाख रुपये साल का पैकेज मिला है , उसे अपहरण के एक मामले में सेशन कोर्ट से उम्र-कैद की सजा मिली हुई है अभी हाई कोर्ट में उसकी अपील विचाराधीन है. यूपी के उस युवक ने कानपुर युनिवर्सिटी से बीए की थी . जेल में रहते हुए वह टूरिज़म मैनेजमेंट में मास्टर्स और सोशल वर्क में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स कर रहा है. वह दोनों कोर्स जेल में ही बने इग्नू के सेंटर से कर रहा है.उसने कंप्यूटर में भी कई पीजी और डिप्लोमा कोर्स कर रखे हैं.
जेल में रहते हुए अच्छी नौकरी मिल जाने से निश्चित रूप से वह प्रसन्न होगा .यदि वह जेल से छूट कर अच्छे काम में लग जाता है तो यह अच्छी बात है . अपने पूर्व के अपराधों के पश्चाताप स्वरूप उसे नई पीढ़ी को अपराध की दुनिया से दूर रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए .
सकारात्मक सुधार की ओर अग्रसर कदम, साधुवाद इन्हे
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत सुंदर और सार्थक पहल . इस पर ध्यान दिलाने के लिए आपका हार्दिक आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर पहल
जवाब देंहटाएंसकारात्मक सोच लिए लेख |
जवाब देंहटाएंआशा