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27 अगस्त, 2010

जलवायु परिवर्तन की रोकथाम में स्कूली बच्चो की भूमिका




जलवायु परिवर्तन की रोकथाम में स्कूली बच्चो की भूमिका पर जागरूकता कार्यक्रम

आमंत्रण

बहनो एवं भाईयों ,
                               नमस्कार ,


                  जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है , इस समस्या से हम सब वाकिफ है . पूर्व में भी ग्राम-चौपाल में हम  बहुत कुछ लिख चुके है ,  आगे भी लिखते रहेंगे .हमने इस विषय में कुछ काम भी किये है जिसके ठोस परिणाम सामने आये है .यह एक व्यक्ति प्रान्त या देश का विषय नहीं है बल्कि   पूरे विश्व का विषय  है .बात बहुत  लम्बी हो  जाएगी ,आज   वक्त कम   है , इस पर बाद में चर्चा करेंगे ,इस बीच यदि आपके सुझाव आ गए तो उत्तम होगा .

                      जलवायु परिवर्तन के गंभीर परिणामो के मद्देनजर हम सब को तो जागरूक रहना ही  है साथ ही साथ नई पीढ़ी को भी जागरूक करना है । इसी दृष्टि से इंस्टीट्यूट आफ एप्लाएड सिस्टम आफ रूलर डेवलपमेंट द्वारा भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार  के सहयोग से कक्षा 6वी से लेकर कक्षा 10वीं के छात्र - छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाना है ।इस   कार्यक्रम की शुरुवात रायपुर जिले से हो  रही है,दिनांक   २८ अगस्त २०१० को सुबह ११ बजे रायपुर से १५ की.मी.दूर माना बस्ती में   इस      अभियान     का  शुभारम्भ होगा.मानाबस्ती  में    १२ वर्ष   से    १७ वर्ष आयु वर्ग के लगभग १००० स्कूली बच्चे भाग लेंगे .   महाराष्ट्र सरकार  की सेवानिवृत आतिरिक्त मुख्यसचिव  सुश्री  लीना  मेहेंदले मुख्य  वक्ता  के  रूप  में  उपस्थित  रहेंगी .छत्तीसगढ़ शासन केस्कूली शिक्षा  मंत्री श्री बृजमोहन  अग्रवाल इस कार्यक्रम का शुभारम्भ करेंगे . इंस्टीट्यूटआफ  एप्लाएड  सिस्टम आफ  रूलर  डेवलपमेंट  के  अध्यक्ष श्री डा. के.डी. गुप्ता भी उपस्थित रहेंगे.  अगले  एकमाह तक यह  अभियान   चलेगा . प्रथम  चरण  में  रायपुरशहर ,धरसींवा,  तिल्दा,सिमगा,आरंग,अभनपुर,फिंगेश्वर  एवं  देवभोग  विकास  खंड  के  स्कूली  बच्चोको  प्रशिक्षित  किया  जायेगा।इस हेतु  50 कलस्टर  बनाये गये है जिसमे 250 स्कूलो के बच्चे भाग लेगें .
                                     इस  पुनीत कार्य  में  जनभागीदारी आवश्यक है.सहयोग की अपेक्षा के साथ आपको इस कार्यक्रम में सादर आमंत्रित करता हूँ .   

26 अगस्त, 2010

भारत में फेसबुक नंबर 1 ?

कॉमस्कोर इंक का सर्वे : अब जीमेल से फोन

 डायचे वेले जर्मनी की रिपोर्ट 

डायचे वेले जर्मनी ने एक सर्वे के आधार पर जानकारी दी है कि अब भारत में भी फेसबुक नंबर वन सोशल नेटवर्किंग साइट बन गई है. उसने गूगल के ऑर्कुट को पीछे छोड़ दिया है. गुरुवार को प्रकाशित सर्वे में ये बात कही गई है. अब तक भारतीय लोगों में ऑर्कुट छाया रहा, लेकिन अब मामला कुछ और है .

भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में दिनोंदिन हो रहे इजाफे को देखते हुए फेसबुक facebook के लिए काफी उत्साहित करने वाली बात है. वेबसाइट्स के इस्तेमाल का सर्वेक्षण करने वाली अमेरिकी फर्म कॉमस्कोर की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस साल जुलाई में फेसबुक के 2.9 करोड़ विजिटर रहे हैं. पिछले एक साल में फेसबुक के विजिटर्स की संख्या में यह 179 प्रतिशत बढ़ोतरी है. अब तक भारत में सोशल नेटवर्किंग साइट के मामले में ऑर्कुट का दबदबा कायम था. ताजा आंकड़ों के बाद ऑर्कुट दूसरे स्थान पर आ गया है. जुलाई में इस साइट को 1.99 करोड़ विजिटर्स ने सर्फ किया.  ऑर्कुट विश्व के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल की नेटवर्किंग साइट है. ऑर्कुट के बाद तीसरे नंबर पर है भारत स्टूडेंट,  जिसके विजिटर्स की तादाद करीब 44 लाख थी. वहीं पांचवे स्थान पर रही ट्विटर को 33 लाख लोगों ने सर्च किया.

भारत में वेब जगत का सर्वेक्षण करने करने वाली अग्रणी कंपनी कॉमस्कोर इंक ने भी अपने ताजा रिपोर्ट में फेसबुक को पहला स्थान दिया है.  बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार भारत में जुलाई 2009 से जुलाई 2010 के बीच सोशल नेटवर्किंग साइटों का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह सर्वेक्षण कितना सही है ,कितना गलत है यह बहस का मुद्दा हो सकता है  ,  लेकिन इन दिनों बच्चे बूढ़े सब आरकूट एवं फेसबुक facebook के दीवाने हो गएँ है . भारत में गूगल सबसे बड़ा  सर्च इंजन  है तथा इसकी सेवाएं संतोषजनक  है .

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एक खुशखबरी : अब जीमेल gmail से फोन करें
गूगल कंपनी ने कहा है जीमेल gmail का इस्तेमाल करने वाले लोग अब इमेल से सीधे फोन कर सकते हैं. इसी के साथ गूगल सीधे स्काइप और पारंपरिक ऑपरेटर्स एटी एंड टी और वेरिज़ोन की प्रतियोगिता में खड़ा हो गया है. बुधवार रात जब गूगल मेल इस्तेमाल करने वालों ने लॉग इन किया तो उन्हें गूगल कॉल के बारे में सूचना मिली. ये गूगल की नई सेवा है. गूगल से ये कॉल अमेरिका और कनाडा के लिए फ्री हैं और दूसरे देशों के लिए बहुत कम कीमत के साथ कॉल किया जा सकता है. ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन, जापान के लिए दो सेंट प्रति मिनट खर्च पर कॉल किया जा सकता है.

 गूगल google ने पहले से ही जीमेल में कंप्यूटर से कंप्यूटर वॉयस और वीडियो चैट शुरू कर दी है.  बुधवार को गूगल ने कहा कि अब ये सीधे घर और मोबाइल पर फोन करने की सुविधा भी शुरू कर रहा है.  जानकारों का कहना है कि ये सर्विस पारंपरिक फोन कंपनियों की तुलना में स्काइप को कड़ी टक्कर दे सकती है.  स्काइप ने भारी प्रतियोगिता के कारण अपने कॉल रेट्स पिछले दिनों काफी कम किए हैं.  हडसन स्क्वेयर के विश्लेषक टोड रेदेमायर का कहना है, "ये स्काइप के लिए खतरा है. ये ऐसा प्रतियोगी है जिसका ब्रैंड नेम बहुत अच्छा है."

 निजी प्रतिभूति कंपनियों और ईबे की मिल्कियत वाले स्काइप ने लोगों को कंप्यूटर से फोन करने की सुविधा पहले से ही दे कर रखी है.   स्काइप ने ही सबसे पहले कंप्यूटर से कंप्यूटर वॉयस और वीडियो चैट शुरू की थी. रेदेमायर कहते हैं कि गूगल की इस सर्विस का अंतरराष्ट्रीय कॉल्स में तो फायदा होगा लेकिन इससे घरेलू फोन को फायदा नहीं होगा. हालांकि पैसिफिक क्रेस्ट के विश्लेषक स्टीव क्लेमेंट कहते हैं, "जो उपभोक्ता इस तरह की सर्विस का इस्तेमाल करेगा, वो लैंड लाइन इस्तेमाल करने वाला पारंपरिक कस्टमर नहीं होगा."

गूगल का कहना है कि मेल से कॉल करना बिलकुल फोन phone की तरह होगा. जीमेल gmail का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति कॉल फोन के विकल्प पर क्लिक कर सकता है और फिर जिससे बात करनी है उसका नंबर टाइप कर सकता है.

संकलनकर्ता - ग्राम चौपाल के लिए अशोक बजाज 
by ashok bajaj 


पर्यावरण जागरूकता अभियान





पर्यावरण जागरूकता अभियान



 जलवायु परिवर्तन  एक गंभीर समस्या है इससे निपटने के लिए तरह तरह के उपाय किये जा रहें है ,इसी कड़ी में रायपुर जिले में स्कूली बच्चो को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है . जागरूकता कार्यक्रम के तहत  इंस्टीट्यूट आफ एप्लायड सिस्टम एंड रूलर डेवलपमेंट नई दिल्ली द्वारा रायपुर जिले के 6वी से दसवी कक्षा के छात्र -छात्राओं को प्रशिक्षित किया जायेगा । भू -विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार एवं स्कूली शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम हेतु धरसींवा, अभनपुर, फिंगेश्वर, देवभोग,  आरंग, तिल्दा एवं सिमगा ब्लाक में ५० कलस्टर बनायें गये है जिसमें लगभग 250 स्कूलो के छात्र भाग लेगे इस कार्यक्रम का शुभारंभ 28 अगस्त को माना बस्ती से किया जायेगा।इस कार्यक्रम के संयोजक के नाते मै आपको आमंत्रित करता हूँ तथा सहयोग की कामना करता हूँ .

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photo by google

25 अगस्त, 2010

सावन नहीं तो भादों में सही /छत्तीसगढ़ी कविता

भादो म बरसबे, सावन असन
(छत्तीसगढ़ी कविता)


चल दिस  सावन,
पर ते जाबे झन;
सुक्खा हे धरती ,
ते रिसाबे झन;
भादो म बरसबे ,
सावन असन;

चुचुवावत हे पसीना,
फीजे हे बदन;
भविष्य के चिंता म,
बूड़े हे मन ; 
भादो म बरसबे ,
सावन असन;
 

रदरद ले गिरबे ,
गरजबे झन ;
भर जाय तरिया ,
फीज जाय तन;
भादो म बरसबे ,
सावन असन;

आजा ते आजा ,
अगोरत हवन ;
खेत खार ला भरदे ,
करत हन मनन;
भादो म बरसबे,
सावन असन;
                                                - अशोक बजाज

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