अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे
आखिरकार अमेरिका ने भारत का लोहा मान ही लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज स्वीकार किया कि भारत एक ग्लोबल ताकत है। उन्होंने कहा कि वह भारत के साथ सामरिक संबंधों को मजबूत बनाना चाहते हैं ताकि 21 वीं सदी की चुनौतियों और क्षेत्रीय मुद्दों से निपटा जा सके। दक्षिण एशिया मामलों के सहायक विदेशमंत्री रॉबर्ट ब्लैक ने अमेरिकी सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष कहा कि ओबामा भारत और अमेरिका के बीच मौजूदा सामरिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दॄढ संकल्पित हैं। ओबामा के नए प्रशासन में भारत अमेरिकी संबंधों के भविष्य के बारे में सेनेटर टॉम कासे के सवाल पर रॉबर्ट ब्लैक ने बताया कि , 'ओबामा ने कहा है कि अमेरिका भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप देखता है। उनका मानना है कि भारत 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए अमेरिका का अहम साथी हो सकता है। अमेरिका की इस स्वीकारोक्ति से यह कहावत चरितार्थ हो गई कि " अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ।" इस घटना से अब भारत के प्रति बैर-भाव रखने वाले अन्य देश के राष्ट्राध्यक्षों को सबक लेना चाहिए । ००२६७