ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

19 अगस्त, 2010

अमेरिका ने माना भारत का लोहा


अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे 




    आखिरकार अमेरिका ने भारत का लोहा मान ही लिया। अमेरिकी  राष्ट्रपति  बराक   ओबामा  ने  आज स्वीकार किया   कि भारत एक ग्लोबल ताकत है। उन्होंने कहा कि वह भारत के साथ सामरिक संबंधों को मजबूत बनाना चाहते हैं ताकि 21 वीं सदी की चुनौतियों और क्षेत्रीय मुद्दों से निपटा जा सके। दक्षिण एशिया मामलों के सहायक विदेशमंत्री रॉबर्ट ब्लैक ने अमेरिकी सीनेट  की विदेश मामलों की समिति के समक्ष  कहा कि ओबामा भारत और अमेरिका के बीच मौजूदा सामरिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दॄढ संकल्पित   हैं। ओबामा के नए प्रशासन में भारत अमेरिकी संबंधों के भविष्य के बारे में सेनेटर टॉम कासे के सवाल पर रॉबर्ट  ब्लैक ने बताया कि  , 'ओबामा ने कहा है कि अमेरिका भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप देखता है। उनका मानना है कि भारत     21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए अमेरिका का अहम साथी हो सकता है। अमेरिका की इस स्वीकारोक्ति से यह कहावत चरितार्थ हो गई कि " अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे ।"  इस घटना से  अब  भारत के प्रति बैर-भाव  रखने वाले अन्य  देश के राष्ट्राध्यक्षों  को सबक  लेना  चाहिए । ००२६७



5 टिप्‍पणियां:

  1. अभी तो लोहा ही माना है,
    कल सोना-चांदी, खाना पीना सब मानना पड़ेगा।
    सहस्त्राब्दियों का जिस मुल्क का इतिहास है
    उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।

    अच्छी पोस्ट आभार

    जवाब देंहटाएं
  2. Adarniya Lalit ji ki baat se shabd dar shabd sahmat hun.....Bhartiya ke sahiyog ke bina amerika ki kamr me bal pad jaaenge...kitane yahan kitane doctors,businessmen or IT professionals hai jinake dam se inka kam chal raha hai....loha to manana hi padega.
    is post ke liye dhanywaad.

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर पोस्ट, छत्तीसगढ मीडिया क्लब में आपका स्वागत है.

    जवाब देंहटाएं
  4. लेख भारत का वास्तविक रूप प्रस्तुत करता है ।

    जवाब देंहटाएं