डा. रमन सिंह की चौपाल : लोक सुराज अभियान
ऐसे समय में जब सूरज की तपन पूरे शबाब पर हो तथा पारा 45 डिग्री को पार कर रहा हो । लोंगों का सुबह 10 बजे के बाद घर से निकलना दुश्वार हो । ऐसे समय में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने लोक सुराज अभियान चलाकर शासन प्रशासन को कूलर की ठंडी हवाओं से निकालकर लू की थपेड़ों का एहसास कराया तथा आम जनता पर राहत की बौछार कराई। शासन-प्रशासन ने महीने भर जनता के बीच जाकर उनकी समस्यायें सुनी तथा यथासंभव निराकरण का प्रयास किया । स्वयं मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने भीषण गर्मी की परवाह किये बिना महीने भर गावों में चौपाल लगाकर जलसंकट से जूझ रहे लोंगों, मनरेगा के मजदूरों की व्यथाओं तथा गरीब आदिवासियों की पीड़ा को जाना, समझा और परखा । राजधानी के बाहर उन्होनें रात भी गुजारी तथा सरकारी अमले को सक्रिय रहने का निर्देश दिया । लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री ने सरगुजा से बस्तर तक सुदूर अंचल के गांवों में अचानक पहुंच कर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक चर्चा की । इस अभियान में उन्होने स्कूली बच्चों पर काफी प्रेम उढ़ेला तथा उन्हें उच्च शिक्षा की प्रेरणा दी । उनका यह कृत्य एक जिम्मेदार अभिभावक का परिचायक है । मुख्यमंत्री के नाते वे प्रदेश के अभिभावक है इसीलिए वे बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य की चिन्ता करते हैं । प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने, शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से उन्हें शिक्षा केन्द्रों तक भेजने, शाला त्यागी बच्चों को पुनः शाला में प्रवेश करने तथा शिक्षा के सारे संसाधन उपलब्ध कराने की नीति ने उन्हें सच्चे अभिभावक की श्रेणी प्रदान की है ।
लोक सुराज अभियान छत्तीसगढ़ में विकास के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ सम्पन्न हुआ । माननीय मुख्यमंत्री ने जलसंकट से उत्पन्न स्थिति में लोंगों को आगाह किया तथा बूंद बूंद पानी की रक्षा का संदेश दिया । भीषण गर्मी में उन्होने राहत की ठंडी हवायें भी प्रदान की । मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने सूखा प्रभावित किसानों को ना केवल राहत राशि प्रदान की बल्कि उन्हें निःशुल्क धान बीज भी प्रदान किया तथा 10 लाख से अधिक किसानों को फसल बीमा की 600 करोड़ की क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की। उन्होने इस अभियान में सहकारी संस्थाओं व समितियों को कुशलतापूर्वक धान खरीदी के लिए प्रोत्साहित किया तथा कर्मचारियों को भी प्रोत्साहन राशि वितरित की । कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने सूरज की तपन के बीच राहत की बौछार से प्रदेश को तर कर दिया ।
- अशोक बजाज