आज सावन सोमवार होने के कारण वातावरण भगवामय हो गया है। चारो तरफ भगवा वस्त्र धारण किये कावड़िये नजर आ रहे । जगह जगह बोल बम के नारे गूंज रहे है। रायपुर से राजिम की दूरी 45 कि. मी. है। रास्ते भर कांवड़िये नजर आ रहे है । महानदी का पानी उतर गया था इसीलिये त्रिवेणी संगम पर स्थापित कुलेश्वर महादेव के मंदिर में लोग आसानी से आ-जा रहे है ।
महानदी छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी नदी है। इसे चित्रोत्पला गंगा भी कहा जाता है। श्रृंगि ऋषि के आश्रम सिहावा पर्वत से निकलकर यह नदी बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। राजिम को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है क्योकि राजिम के पास ही महानदी में पैरी नदी और सोढूल नदी मिलती है। संगम स्थल पर कुलेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है ।ऐसी मान्यता है कि बनवास काल में जगत जननी सीता ने इसे स्थापित किया है। रामायण काल से जुड़े लोमस ऋषि का आश्रम भी कुलेश्वर महादेव मंदिर से लगा हुआ है। महानदी के एक छोर में राजिम तथा दूसरे छोर में नवापारा नगर है। नवापारा पहले नवापारा राजिम के नाम से तथा अब गोबरा-नवापारा के नाम से जाना जाता है।
कुलेश्वर महादेव में जल चढ़ाने असंख्य कांवड़िये दूर दूर से आये है। रायपुर के अलावा धमतरी व बिलासपुर से कावड़िये जल लेकर आये है। भक्त-जनो ने कावड़ियो की सेवा में कोई कसर नही छोड़ी है। रायपुर से राजिम तक जगह-जगह सेवा-केन्द्र बने है। जागृति सेवा समिति ने खूब इंतजाम कर रखा है। धार्मिंक गीतो के साथ कावड़िये व अन्य भक्तजन शोभायमान हो रहे है। छोटे -छोटे बच्चे नृत्य करते कावड़ियो की सेवा में लीन है । बोलबम के जयकारे नियमित रूप से गूंज रहे है। कावड़ियो की नई टोली जैसे ही रास्ते से गुजरती जयकारा और अधिक तेज हो जाता है। इस सेवा कार्य में श्री लोकनाथ सोनकर, श्री दयालू गाड़ा, श्री युधिष्ठिर चंद्राकर, श्री उमेश यादव, श्री हेमु यादव, श्रीमति साधना सौराज, श्रीमति धनमती साहू,श्री बाबी चांवला, श्री रोहित सेन, श्री राजेन्द्र सोनी, श्री मायाराम साहू, श्री ईश्वर देवांगन, श्री संतूराम सेन, श्री बल्लू सोनी, श्री मनोज सेन, श्री रामचंद सचदेव, श्री कमल यदु, श्री प्रदीप साहू, श्री भागवत साहू, श्री लोकेश सेन,श्री कन्हैया कंसारी , श्री गजेन्द्र साहू, श्री प्रेम यदु एवं श्री हेमंत वांसवार की सक्रियता काबिल ए तारीफ है।
नवापारा में राधाकृष्ण धर्मशाला में स्थापित शिव जी के मंदिर में आज जलाभिषेक के कार्यक्रम में नवापारा के अलावा आस-पास के गाँव से काफी संख्या में लोग उपस्थित है. महानदी से मंदिर तक भक्त-जन मानव श्रृंखला बना कर जलाभिषेक कर रहे है। कितना पावन व सुनहरा दृश्य है। भक्तो का उत्साह देखते ही बनता है। बच्चे-बूढ़े व जवान सभी पूरी आस्था के साथ इस पुनीत कार्य में जूटे है। महिलाएं भी इस भव्य जलाभिषेक में बढ-चढ़ कर हिस्सा ले रही है।
यहां पर श्री अशोक गांधी, श्री अशोक गंगवाल, श्री भागचंद बंगानी, श्री विजय गोयल, श्री गिरधारी अग्रवाल, श्री मोहनगोविन्द अग्रवाल, श्री गोपाल अग्रवाल, श्री मनमोहन अग्रवाल, श्री प्रकाश बच्छावत, श्री ताराचंद अग्रवाल, श्री देवराज सांखला, श्री बंडू चौधरी, श्री गुलाब राव, श्री मुकुन्द मेश्राम एंव पत्रकार श्री रमेश पहाडिया बडे भक्ति भाव के साथ इस पुनित कार्य में जुटे है।00304