गूगल के ज़रिए सेंसरशिप ?
कहने के लिए तो भारत में मीडिया स्वतंत्र है और अभिव्यक्ति की पूरी आज़ादी है लेकिन क्या सरकारें और प्रशासन अपनी निंदा बर्दाश्त कर पाते हैं ?
अगर सर्च इंजिन गूगल की मानें तो उत्तर होगा, नहीं.
गूगल की 'ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट' के मुताबिक़ छह महीनों में प्रशासन और यहाँ तक कि अदालतों की ओर से भी गूगल से कई बार कहा गया कि वे मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों की आलोचना करने वाले रिपोर्ट्स, ब्लॉग और यू-ट्यूब वीडियो को हटा दें. पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए कृपया क्लिक करें ......
अशोक बजाज , अभनपुर , रायपुर . ashok bajaj abhanpur raipur chhattisgarh
हाँ अब सरकार का डर सामने आ रहा है, और आना भी चाहिए, क्यों कि देश अब जाग रहा है...कहाँ तक छिपेंगे ये भ्रष्ट, इन्हें तो नंगा करके ही रहेंगे हम...
जवाब देंहटाएंअभिव्यक्ति मर्यादित हो, हर संभव।
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