सुरक्षा परिषद में भारत |
भारत ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में 19 साल बाद अस्थाई सदस्य के तौर पर अपनी जगह सुरक्षित कर ली है.सुरक्षा परिषद में ये स्थान भारत के लिए लगभग तय माना जा रहा था क्योंकि भारत के अलावा इस स्थान के लिए कोई दूसरा दावेदार बचा नहीं था.एशिया से इस स्थान के लिए रहा दूसरा दावेदार, कज़ाकस्तान ने अपनी दावेदारी समय रहते ही इस साल वापस ले ली थी.तब से माना जा रहा था कि भारत के लिए सुरक्षा परिषद की सदस्यता महज़ एक औपचारिकता भर है.00412
आप से सहमत हे जी १००%
जवाब देंहटाएंजल्दी बैठ लिया जाए कुर्सी पे,
जवाब देंहटाएंझगड़ा झूठा- कब्जा सच्चा।
स्थायी सदस्यता मिलने की योग्यता और अस्थायी के लिये झगड़ा।
जवाब देंहटाएंक्या कहें...हम अपनी औकात पहचनवा क्यूँ नहीं पा रहे हैं.
जवाब देंहटाएं... बेहतरीन पोस्ट !
जवाब देंहटाएं@ Udan Tashtari jee,
जवाब देंहटाएंनि :संदेह भारत को अपनी पहचान बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
अच्छी खबर दी है कम से कम इंडिया की अहमियत में चार चाँद तो लग गए हैं ...आभार
जवाब देंहटाएंकाहे की ख़ुशी हम स्थाई सदस्यता की मांग कर रहे है , कही ऐसा तो नहीं की वो हमें अस्थाई सदस्यता का लालीपाप दे कर शांत करने की कोशिश कर रहे है | खुद भारत भी कन्फियुज है एक तरफ तो वो स्थाई सदस्य बनना चाह रहा है दूसरी तरफ शशि थरूर को यु एन ए के अध्यक्ष पद के लिए लड़वाने भेज दिया जबकि स्थाई सदस्य वो पद नहीं ले सकता है |
जवाब देंहटाएं@ anshumala
जवाब देंहटाएंठीक कहा है आपने . धन्यवाद