मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने तथा अपने पिता को दिया वादा पूरा करने के लिए शराब निर्माता एक कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। ऐसा बताया जा रहा है कि सचिन को इस कंपनी का ब्रांड एंबेसेडर बनने के लिए वार्षिक 20 करोड़ रुपए देने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां निभाने और अपने पिता श्री रमेश तेंदुलकर को किए वादे को निभाने के लिए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है । यह किसी खिलाड़ी को ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए किसी कंपनी की ओर से दिया गया अब तक का सबसे बड़ा प्रस्ताव है। सचिन के विज्ञापन संबंधी कार्यों को देखने वाली वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप (डब्ल्यू.जी.सी.) ने उस कंपनी का नाम बताने से इनकार कर दिया है, जिसने सचिन को यह प्रस्ताव दिया था।
एक पूर्व क्रिकेटर और सचिन के करीबी मित्र ने बताया कि सचिन ने अपने पिता से वादा किया था कि वह कभी किसी नशीले पदार्थ या तंबाकू का विज्ञापन नहीं करेंगे। मैदान पर सचिन की काबिलियत से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन इस प्रस्ताव को ठुकरा कर सचिन ने मैदान के बाहर भी अपनी महानता का परिचय देते हुए सामाजिक शतक ठोंक दिया है . सचिन के इस सामाजिक शतक ने खेल के मैदान में मारे गए उनके अनेक शतकों को पीछे छोड़ दिया है . सचिन तेंदुलकर के इस कदम से नशामुक्ति आन्दोलन को नया बल मिलेगा . शाबाश सचिन !!!
एक पूर्व क्रिकेटर और सचिन के करीबी मित्र ने बताया कि सचिन ने अपने पिता से वादा किया था कि वह कभी किसी नशीले पदार्थ या तंबाकू का विज्ञापन नहीं करेंगे। मैदान पर सचिन की काबिलियत से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन इस प्रस्ताव को ठुकरा कर सचिन ने मैदान के बाहर भी अपनी महानता का परिचय देते हुए सामाजिक शतक ठोंक दिया है . सचिन के इस सामाजिक शतक ने खेल के मैदान में मारे गए उनके अनेक शतकों को पीछे छोड़ दिया है . सचिन तेंदुलकर के इस कदम से नशामुक्ति आन्दोलन को नया बल मिलेगा . शाबाश सचिन !!!