ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

07 नवंबर, 2011

पारम्परिक दिवाली ग्रीटिंग कार्ड की भीड़ में नवाचार


प्रयोगधर्मी शुभकामनाएं

स वर्ष की दिवाली ग्रीटिंग में हमने छत्तीसगढ़ में राम वन गमन मार्ग को प्रदर्शित नक़्शे को प्रकाशित किया था ; जिसे ईष्ट मित्रों से काफी प्रशंसा तो मिली ही पर हमारा मिशन तब और सार्थक हो गया जब छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय हिंदी दैनिक नवभारत ने 6 नवंबर 2011 के CG 04 में प्रकाशित करते हुए लिखा है कि ..........

" दीपावली में सुन्दर बधाई संदेशों की भरमार रहती है .इनमें ऐसे सन्देश लेकिन कम ही दिखाई पड़ते है जिनमें कोई नवाचार हो. छत्तीसगढ़ स्टेट हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष अशोक बजाज इस मोर्चे में कुछ आगे निकल गए है.  उनका कार्ड पारम्परिक कार्ड्स की भीड़ में अलग है. छत्तीसगढ़ में भगवान श्रीराम कहाँ से कहाँ होते गुजरे इसे उन्होंने दिखाया है. शोध की दृष्टि से एवं सामान्य जिज्ञासा, दोनों के नजरिये से प्रभावकारी है. संग्रहण के नजरिये से भी इस कार्ड की अहमियत है . "


नवभारत रायपुर 6/11/2011
मूल दिवाली ग्रीटिंग कार्ड


05 नवंबर, 2011

देवउठनी यानी छोटी दिवाली

ज  कार्तिक शुक्ल एकादशी है यानी  देवउठनी एकादशी  है. ऎसी मान्यता है कि आषाढ शुक्ल एकादशी   से सोये हुये देवताओं के जागने का यह दिन है .  देवताओं के जागते ही  समस्त प्रकार के शुभ कार्य करने का सिलसिला शुरू हो जाता है .

इसी दिन तुलसी और शालिग्राम के विवाह की भी प्रथा है। यह दिन मुहूर्त में विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह पूरे वर्ष में प़डने वाले अबूझ मुहूर्तो में से एक है. किसी भी शुभ कार्य को आज के दिन आँख मुंद कर प्रारंभ किया जा सकता है . यानी  मुहूर्त देखने की जरुरत नहीं रहती .  भगवान विष्णु को चार मास की योग-निद्रा से जगाने के लिए घण्टा ,शंख,मृदंग आदि वाद्य यंत्रों  की मांगलिक ध्वनि के साथ इस  श्लोक का वाचन किया जाता है ---

     उत्तिष्ठोत्तिष्ठगोविन्द त्यजनिद्रांजगत्पते।       
त्वयिसुप्तेजगन्नाथ जगत् सुप्तमिदंभवेत्॥
    उत्तिष्ठोत्तिष्ठवाराह दंष्ट्रोद्धृतवसुन्धरे।
  हिरण्याक्षप्राणघातिन्त्रैलोक्येमङ्गलम्कुरु॥
 
 
 
किसानों की गन्ने की फसल भी तैयार है ,आज के दिन गन्ने की पूजा करके उसका उपभोग किया जाता है ; नए ज़माने के लोग इस परिपाटी को तोड़ चुकें है . देश में आज के दिन को छोटी दिवाली के रूप में भी मनातें है , कहने का तात्पर्य है कि आज भी पटाखों ,फुलझड़ियों एवं मिठाइयों का दौर चलेगा .

आप सबको देवउठनी के पावन पर्व पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !   

01 नवंबर, 2011

एक और एक ग्यारह ; छत्तीसगढ़ इलेवन

         आज 1 नवंबर 2011 है और आज एक के अंक की पांच आवृत्तियां एक साथ है . इस वर्ष 2011 में यह दुर्लभ संयोग तीसरी बार आया है . पहली बार  1 जनवरी 2011 को एक की चार आवृत्तियां 1.1.11 एक साथ थी . दूसरी बार 11 जनवरी को जब पांच आवृत्तियां 11.1.11 एक साथ थी . अब 1 नवंबर को तीसरी बार एक के अंक का यह दुर्लभ संयोग आया है . दस दिन बाद पुनः एक दुर्लभ संयोग आने वाला है . 11.11.11 को अंकीय संयोग इस साल चौंका और एक का अंक छक्का मारेगा . ऐसा दुर्लभ संयोग सौ साल में देखने को मिलता  है .

                छत्तीसगढ़ भी आज अपने निर्माण के 11 साल पूरे कर रहा है . तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय अटलबिहारी वाजपेयी ने पूरे मनोयोग से 1.11.2000 को छत्तीसगढ़ ,उत्तराखंड और झारखण्ड का निर्माण किया था . तीनों नवोदित राज्य आज विकास की दिशा में तेजी से दौड़ रहे है लेकिन छत्तीसगढ़ सबसे तेज है . मध्यप्रदेश का छत्तीसगढ़ अंचल अब छत्तीसगढ़ इलेवन हो गया है . एक और एक ग्यारह होते है इस कहावत को छत्तीसगढ़ सरकार  ने चरितार्थ करते हुए मिलजुल कर शांति और विकास की दिशा में जनता के साथ कदमताल मिलाया है .
आप सबको छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की  11 वीं वर्षगांठ की हार्दिक बधाई  .

जय जोहार  : जय छत्तीसगढ़   

23 अक्तूबर, 2011

दिवाली में राम वन गमन मार्ग एवं हाईटेक पटाखें


 
दीपावली के अवसर पर पटाखों के प्रदुषण की चिंता बहुत लोगों को रहती है . पिछली दिवाली में भी मैनें पर्यावरण रक्षा की अपील की थी , जिसका काफी असर हुआ था .  इस बार भी हम आपके लिए प्रदुषण मुक्त पटाखे ढूंढ़ कर लाये है . आप इन पटाखों का इस्तेमाल करें और घर के बच्चों को भी प्रेरित करें . इन पटाखों से बच्चों को दिवाली का पूरा आनंद तो मिलेगा ही साथ ही साथ पर्यावरण की भी रक्षा होगी . तो अब शुरू हो जाइये और अपने मनपसंद पटाखे पर क्लिक कीजिये . कैसा लगा यह बताना ना भूलें .

(3)   अनार




इस बार दिवाली ग्रीटिंग कार्ड में हमने भगवान श्री रामचंद्र जी के वन गमन मार्ग को रेखांकित करने वाला नक्शा प्रकाशित किया है . यह नक्शा छत्तीसगढ़ में राम वन मार्ग शोध दल ने काफी मेहनत के बाद  जारी किया है .