त्रिवेणी संगम राजिम स्थित भगवान कुलेश्वर महादेव |
सावन के तीसरे सोमवार को छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाने वाला नवापारा राजिम श्रद्धालुओं से गुलज़ार था. महानदी, पैरी व सोढुल नदी के त्रिवेणी संगम स्थित कुलेश्वर महादेव के मंदिर में कावड़ियों एवं अन्य श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी थी. सामान्य स्थिति में कुलेश्वर मंदिर तक जाने के लिए राजिम की ओर से राजीव लोचन मंदिर के पास से व नवापारा की ओर से नेहरू घाट से तथा बेलाही घाट की ओर से लोमस ऋषि के आश्रम के पास से रास्ता है लेकिन विगत 15 दिनों से हो रही लगातार बारिस के कारण इन दिनों नदी में काफी पानी चल रहा है, अतः राजिम व नवापारा की ओर से कुलेश्वर मंदिर तक पहुंचना संभव नहीं था. श्रद्धालु लोमस ऋषि आश्रम की ओर से कुलेश्वर महादेव तक जलाभिषेक के लिए कमर तक चल रहे पानी से गुजर रहे थे. हमने भी अन्य लोगों के साथ हिम्मत जुटाई तथा कमर तक पानी से 1 फर्लांग का रास्ता तय कर मंदिर पहुंचे और भगवान कुलेश्वर महादेव में जलाभिषेक किया. ऐसा पहले कई बार हो चुका है जब हमें सावन के महीने में काफी पानी से चलकर कुलेश्वर महादेव तक पहुँचना पड़ा है. एक बार छाती तक चल रहे पानी के बावजूद वहां पहुँच गए लेकिन दर्शन करते तक नदी में पानी इतना बढ़ गया कि वापस आने के लिए रायपुर से मोटर-बोट बुलाना पड़ा था. बहरहाल हमेशा की तरह इस बार की यह धार्मिक यात्रा काफी सफल व सार्थक रही. नदी से बाहर आने के बाद बोलबम समिति की ओर से चल रहे भंडारे में भोजन प्रसादि प्राप्त कर नवापारा शहर पहुंचे जहाँ चारों ओर आज धर्ममय वातावरण दृष्टिगोचर हो रहा था, राधाकृष्ण मंदिर स्थित शिवालय में भक्तों की भीड़ उमड़ी थी. महानदी से मंदिर तक लगभग एक किलोमीटर लंबी मानव श्रंखला बनी थी. शिवालय में सहस्त्र जलाभिषेक का आयोजन था. यहाँ भी हमने नदी से जल लेकर शिवजी में जलाभिषेक किया. यहाँ पर आम श्रद्धालुओं के अलावा स्कूली बच्चों की अच्छी खासी भीड़ थी. शहर के गंज रोड में बोलबम सेवा समिति का आयोजन था यहाँ पर दूर दूर से पहुंचे कावड़ियों के लिए जलपान की व्यवस्था थी.
त्रिवेणी संगम स्थित कुलेश्वर महादेव का मंदिर |
बोलबम |
भगवान के भेष में भक्त |
राधाकृष्ण मंदिर स्थित शिवालय में सहस्त्र जलाभिषेक |