रायपुर / विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दिनांक 13.02.2014 को छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ के तत्वावधान में रेडियो श्रोता सम्मलेन का आयोजन किया गया, जिसमें अति प्राचीन रेडियों सेटों एवं फिल्मों से जुड़ी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेडियो श्रोता संघ के सरंक्षक श्री अशोक बजाज ने कहा कि टेलीविजन, कंप्यूटर, इंटरनेट एवं मोबाईल के इस युग में रेडियो का महत्व आज भी कायम है ,रेडियो आज भी संचार का सशक्त ,सस्ता एवं सरल माध्यम है. देश की 80 प्रतिशत आबादी के मनोरंजन, ज्ञानवर्धन एवं जीवन दर्शन का माध्यम भी है. इस अवसर पर पुराने रेडियो सेट के संग्रहनकर्ता श्री मनोहर डेंगवाणी, निशक्त व नेत्रहीन रेडियो श्रोता श्री कांतिलाल बरलोटा, वरिष्ठ रेडियो श्रोता श्री बचकामल भाटापारा एवं श्री आर.सी. कामड़े का सम्मान किया गया. इस अवसर पर श्री बजाज ने मासिक पत्रिका छत्तीसगढ़ आसपास के हीरक अंक का विमोचन किया. कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा श्री परसराम साहू, श्री विनोद वंडलकर, श्री सुरेश सरवैया, श्री शशांक खरे, श्री मोहन देवांगन, श्री किशोर तारे, श्री कमल लखानी, श्री रतन जैन, आकाशवाणी रायपुर के उद्घोषक श्री श्याम वर्मा, श्री व्यासनारायण साहू, श्री माधव प्रसाद मिरी, श्रीमती संध्या तिवारी, अंबर अग्रवाल, श्रीमती संगीता शर्मा, श्रीमती नंदनी साहू, सुश्री दुलारी चतुर्वेदानी, श्री मायाराम साहू, श्री रोहित सेन, श्री आनंद यादव, श्री तिलक बिसेन एवं श्री सुराना समेत भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया.
रेडियो से बचपन जुड़ा है हमारा।
जवाब देंहटाएं@प्रवीण पाण्डेय जी , आभार !
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