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16 सितंबर, 2011

ब्रिटिश संसद में जम्मू-कश्मीर पर निरर्थक बहस


ब्रिटेन में  कंजरवेटिव पार्टी के सांसद स्टीव बेकर के नेतृत्व में कश्मीर समर्थक अनेक सांसदों ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार हनन के कथित उल्लंघन पर  निचले सदन हाउस ऑफ कामंस में बहस कराने की मांग की है.  एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट को मुख्य आधार बना कर इन सांसदों ने हाउस ऑफ कामंस में यह मुद्दा उछाला है . 

कश्मीर में पृथकतावाद के समर्थक  ब्रिटेन के इन  सांसदों की  यह हरकत भारत के आतंरिक मामले में  सीधा हस्तक्षेप है . भारत एक लोकतांत्रिक देश है तथा यहां विधि का  शासन स्थापित है अतः  भारत सरकार को इस पर कड़ा एतराज करना चाहिए . 

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के नेतृत्व में हाल ही  में भारत का एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल लंदन में वेस्टमिंस्टर गया था . शिष्टमंडल को  ब्रिटिश संसद में लगे विश्व के नक्शे को  देख कर बड़ा आश्चर्य हुआ . ब्रिटिश संसद में लगे नक्शे में  अरुणाचल प्रदेश को चीन तथा  कश्मीर के एक हिस्से को पाकिस्तान में प्रदर्शित किया  गया है .

3 टिप्‍पणियां:

  1. दुर्भाग्यपूर्ण है, भारत को विरोध करना चाहिये।

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  2. हाउस ऑफ कामंस में ब्रिटिश सांसद कश्मीर समस्या पर बात करने की बजाय, अच्छा होता कि वे अपने देश की बेरोजगारी और युवाओं में बढ़ती नशाखोरी आदि समस्याओं पर बहस करते...........भागवान ब्रिटिश सांसदों को सदबुद्धि दे............!

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