आखिरकार जनता जीत गई , अन्ना के अनशन के चलते संसद के दोनों सदनों ने उन तीनों मुद्दों पर अपनी अपनी सहमति दे दी जिसके लिए पिछले बारह दिनों से देश भर में घमासान मचा है . जैसे ही आज लोकसभा और राज्यसभा में सहमति बनी पूरे देश में होली-दिवाली साथ-साथ मनाने की खबर आने लगी .अन्ना हजारे ने भी अनशन तोड़ने की घोषणा कर दी . आइये आगे पढ़ते है देश-विदेश की मिडिया ने इस समाचार को कैसे संजो कर परोसा है ........
बीबीसी-- संसद में अन्ना के तीनों मुद्दों पर सहमति
लोकसभा और राज्यसभा में अन्ना हज़ारे के तीनो मुद्दों पर सिद्धांत रुप से सहमति बनी है और ये फ़ैसला किया गया है कि सभी सदस्यों की राय को लोकपाल विधेयक पर विचार कर रही स्थायी समिति को विचारार्थ भेज दिया जाए. दोनों सदनों में सदस्यों ने प्रणब मुखर्जी के इस प्रस्ताव का मेज़ें थपथपाकर स्वागत किया. केंद्रीय क़ानून मंत्री सलमान ख़ुर्शीद ने कहा है कि दोनों सदनों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पारित किया है. हालांकि पहले टीम अन्ना के सदस्य इन मुद्दों पर औपचारिक मतविभाजन की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार के सदस्यों से हुई चर्चा के बाद वे ध्वनिमत से सदस्यों की मंज़ूरी के लिए राज़ी हो गए थे. लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने एक टीवी चैनल से कहा है कि मेज़ें थपथपाकर मंज़ूरी देने को भी ध्वनिमत से मंज़ूरी माना जा सकता है. आगे पढ़े ...
डॉयचे वेले--- रविवार सुबह अनशन तोड़ेंगे अन्ना
आम आदमी के आंदोलन ने संसद को उसकी जिम्मेदारी बता दी और सरकार को अन्ना की मांगों पर अपना रूख बदलना पड़ा है. अन्ना की मांग पर प्रस्ताव लाई सरकार.प्रस्ताव लोकसभा व राज्यसभा में सर्वसम्मति से पारित. रविवार को टूटेगा अनशन. दिन भर की भारी उठा पटक और मैराथन बातचीत के बाद आखिरकार सरकार को अन्ना की मांग के आगे झुकना पड़ा. जिन तीन मुद्दों पर अन्ना ने संसद में प्रस्ताव लाने की मांग की थी उन्हें मानने के अलावा सरकार के पार और कोई विकल्प नहीं बचा था. जब सारी कोशिशें और तिकड़में नाकाम रहीं तो प्रस्ताव लाया गया. इस पर वोटिंग होनी थी लेकिन लोकसभा में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के बयान के बाद प्रस्ताव को पास कर दिया गया. राज्यसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ. अन्ना की तीनों मांगों को मानते हुए प्रस्ताव को स्थाई समिति को भेज दिया गया है. आगे पढ़ें
पिछले 12 दिन से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे से उपवास समाप्त करने का आग्रह करते हुए संसद ने लोकपाल विधेयक में गांधीवादी नेता की तीन प्रमुख मांगों पर ‘सैद्धांतिक रूप’ से सहमति जताते हुए उन्हें आगे के विचार के लिए संसद की संबंधित स्थायी समिति को भेजने का शनिवार को फैसला किया। संसद में लोकपाल के गठन के बारे में दिन भर चली चर्चा के बाद दोनों सदनों में वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पूरे दिन की बहस के बाद सदन की यह भावना उभर कर आई है कि यह सदन तीन मांगों ‘सिटीजन चार्टर, राज्यों में लोकायुक्तों के गठन तथा एक समुचित तंत्र के जरिए निचले स्तर की नौकरशाही को लोकपाल के दायरे में लाने’ को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार करता है।आगे पढ़ें ...
नवभारत टाइम्स --- हमने अभी आधी लड़ाई जीती हैः अन्ना
नई दिल्ली।। संसद में अन्ना की शर्तों पर प्रस्ताव पारित होने के बाद रामलीला मैदान में अन्ना हजारे ने कहा कि यह आधी जीत है। उन्होने कहा कि हमें अभी पूरी लड़ाई जीतनी है। उन्होंने रविवार सुबह 10 बजे अनशन तोड़ने का ऐलान किया। रात करीब 9 बजे केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख और सांसद संदीप दीक्षित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का खत लेकर अन्ना हजारे के पास पहुंचे। इस दौरान अन्ना ने मंच से कहा, 'यह आधी जीत है। हमें अभी पूरी लड़ाई भी जीतनी है। यह स्टूडेंट्स, युवाओं और गृहणियों की जीत है।' आगे पढ़ें...
DECCAN HERALD --- Anna to end fast tomorrow after Parliament's action
Anna Hazare will end his 12-old- day fast at 10 AM tomorrow after Parliament today endorsed in principle three of his key demands to deal with corruption in a compromise between government and the Gandhian.
Both Lok Sabha and Rajya Sabha went out of their way to discuss in a special sitting on Saturday an issue thrown up by the campaign of the 74-year-old activist who has been demanding enactment of Jan Lokpal for which he started a fast from August 16.
There was confusion at the end of the day-long debate in both the Houses as Parliament was expected to vote a resolution . Read More..
HINDUSTAN TIMES ---Anna Hazare to end fast tomorrow
After 12 days that had India on the edge, Anna Hazare was poised to end his fast tomorrow morning, capping a day of highs and lows that saw a historic Parliament debate a possible anti-corruption legislation that ended with the broad acceptance of key demands of the social reformer. The eight-hour debate, called on a weekend, saw parliamentarians pack both houses to dissect an issue that has held the nation in thrall since Aug 16, when 74-year-old Hazare began his fast for a strong bill to have a Lokpal institution to tackle pervasive corruption, prompting tens of thousands of people across the country take to the streets and bringing the government virtually to its knees. Read More...
हमने कहा --- एक आन्दोलन जिसने देश में भावनात्मक एकता कायम की
अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग क्या छेड़ा पूरा भारत उनके पीछे खड़ा हो गया . देश में भ्रष्टाचार के अलावा और कई ज्वलंत मुद्दे है जिससे देश की आत्मा बेचैन है जैसे आतंकवाद , नक्सलवाद , महंगाई , सूखा , बाढ़ इत्यादि . इसके अलावा अनेक भावनात्मक मुद्दे भी है जैसे संप्रदायवाद ,जातिवाद ,अलगाववाद , भाषावाद एवं क्षेत्रवाद जिससे पूरा देश बंटा हुआ प्रतीत होता है . छद्म राजनीति के कारण दिनोंदिन ये समस्या और गहरी होती जा रही है . अनेक राजनीतिज्ञों एवं राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए समय-समय पर इन मुद्दों को उभार कर देश की समस्या बढाई ही है . आगे पढ़ें....
हमने कहा --- एक आन्दोलन जिसने देश में भावनात्मक एकता कायम की
एक तीर से कई निशान |
सम-सामयिक विषय पर अच्छे संकलन के साथ सुंदर प्रस्तुति. आभार.
जवाब देंहटाएंअन्ततः यह देश की जीत हो।
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक समेटे हैं...जनता की जीत की हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंअन्ना की जीत, जनता की जीत है, तथा भ्रष्टाचार उन्मूलन का शंखनाद भी......!
जवाब देंहटाएंआपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा दिनांक 29-08-2011 को सोमवासरीय चर्चा मंच पर भी होगी। सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंअच्छा संकलन लिंक्स का |
जवाब देंहटाएंआशा
बधाई : देश-वासियों
जवाब देंहटाएंस्वामी फिर पकड़ा गया, धरे शिखंडी-वेश,
सिब्बल के षड्यंत्र से, धोखा खाता देश,
धोखा खाता देश, वस्त्र भगवा का दुश्मन,
टीमन्ना से द्वेष, कराता उनमे अनबन,
अग्नि का उद्देश्य, पकाता अपनी खिचड़ी,
है धरती पर बोझ, बुनाये जाला-मकड़ी ||
बहुत सार्थक लिंक्स ....
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