अदभूत ताकत और गजब की कलाबाजी के जरिये श्री मनोज चोपड़ा पलक झपकते ही एक मोटी टेलीफोन डायरेक्टरी को यूँ फाड़ देते है जैसे कोई सादे कागज का पुर्जा हो .वे लोहे के तवे को रोटी की तरह गोल मोड़ देते है तथा एक मोटे रबर के ट्यूब को मुहं से फूला कर ऐसे फोड़ डालते है जैसे कोई बच्चों के खेलने का गुब्बारा हो , इतना ही नहीं बल्कि ये महाशय सड़क में खड़ी कार या जीप को ऐसे लुढ़का देते है जैसे कोई खिलौना हो . ऐसा करते समय वे अपनी कलाईयों और भुजाओं का बड़े बेहतर तरीके से इस्तेमाल करते है . लोहे के तवे को मोड़ते समय अपनी जांघों की मदद लेतें है यदि साधारण आदमी ऐसा करे तो शायद उसके जांघों की नसें फट जायेगी लेकिन मनोज चोपड़ा ने ऐसा अभ्यास किया है कि उसके लिए यह करतब बच्चों के खेल के समान है . तभी तो आज वे एशिया के बाहुबली नंबर 1 है तथा दुनिया के सबसे ताकतवर व्यक्तियों में उनकी गिनती १४ वें नंबर पर होती है .
श्री मनोज चोपड़ा मूलतः रायपुर छत्तीसगढ़ के निवासी है तथा आजकल वे बैगलोर में रहते है . साधारण से निवेदन पर ही वे अपना करतब दिखाने के लिए राजी हो जाते है . वे अभी तक देश के अनेक हिस्सों में जाकर हजारो कार्यक्रम दे चुके है .वे कार्यक्रम के बीच में अपने खानपान की आदतों के बारे में बताते हुए कहते है कि मै इतना ताकतवर इसलिए हूँ क्योंकि मैं शराब नहीं पीता या किसी प्रकार का नशापान नहीं करता यहाँ तक की मैं पान,तम्बाखू या गुटके का सेवन भी नहीं करता हूँ .वे अपने कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी को नशापान से मुक्त करने का सन्देश देते है .
उनका प्रदर्शन भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अनेक देशों में हो चुका है . वे अमेरिका ,कालिफोर्निया आदि देशों में अनेकों प्रदर्शन कर चुके है . वास्तव में मनोज चोपड़ा छत्तीसगढ़ का ही नहीं बल्कि पूरे देश का गौरव है . हमें उसकी प्रतिभा का उपयोग नशामुक्ति के आलावा देश के नवजवानों को प्रशिक्षित एवं हृष्ट पुष्ट बनाने में करना चाहिए .
निश्चित ही मनोज जी ने छत्तीसगढ़ का गौरव बढाया है.
जवाब देंहटाएंसाधुवाद
एशिया के बाहुबली नंबर 1 मनोज चोपडा के बारे में जानकर अच्छा लगा .. कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी को नशापान से मुक्त करने का सन्देश भी सराहनीय है .. उन्हें शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंसच में बड़े गज़ब के व्यक्ति हैं मनोज चोपड़ा...उनके बारे में जानकर अच्छा लगा...
जवाब देंहटाएंआपने सही कहा है कि उनकी शक्ति का उपयोग देश के नौजवानों को शक्तिशाली बन्नने में होना चाहिए...कितना अच्छा हो कि वे हमारी सेना के जवानों को इसका अभ्यास करवाएं...हमारे जवान भी इतने ताकतवर हो जाएंगे कि उनका मुकाबला पूरी दुनिया में कोई नहीं कर सकेगा...
मनोज चोपड़ा पर हमें गर्व है...
आभार...
गजब के शक्तिशाली हैं। नाम पहली बार सुना है।
जवाब देंहटाएंबड़ा अच्छा लगा जानकर।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जानकारी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंमनोज चोपड़ा जी के बारे में जानकर बहोत अच्छा लगा, साथ ही नश्मुक्ति में उनका योगदान यह तो सोने पे सुहागा है. -अनिमेष जैन
जवाब देंहटाएं