ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

02 मार्च, 2011

महाशिवरात्रि का पर्व

  आज महाशिवरात्रि का पावन पर्व है , हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान् शंकर का ब्रह्मा से रुद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्रह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते हैं। इसीलिए इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया। तीनों भुवनों की अपार सुंदरी तथा शीलवती गौरी को अर्धांगिनी बनाने वाले शिव प्रेतों व पिशाचों से घिरे रहते हैं। उनका रूप बड़ा अजीव है। शरीर पर मसानों की भस्म, गले में सर्पों का हार, कंठ में विष, जटाओं में जगत-तारिणी पावन गंगा तथा माथे में प्रलयंकर ज्वाला है। बैल को वाहन के रूप में स्वीकार करने वाले शिव अमंगल रूप होने पर भी भक्तों का मंगल करते हैं और श्री-संपत्ति प्रदान करते हैं।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप सबको बहुतबहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ! भगवान शिव आपकी हर इच्छा की पूर्ति करें ।


सत्यम् शिवम् सुंदरम्

7 टिप्‍पणियां:

  1. महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं .
    जलने वाले जला करें ,
    भोलेशंकर भला करें .
    ब्लॉग के माध्यम से महाशिवरात्रि की ज्ञानवर्धक
    जानकारी देने के लिए आभार .

    जवाब देंहटाएं
  2. इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनायें आपको भी.....

    जवाब देंहटाएं
  3. आपको भी इस पर्व की बहुत बहुत बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  4. शानदार
    महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाये

    जवाब देंहटाएं
  5. आज राजिम अर्द्धमहाकुंभ संपन्‍न हो रहा है, पर्व की बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  6. महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
    किरपा करो जय भोले अड़भंगी।

    जवाब देंहटाएं