भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बीजेपी के नाम से नकली वेबसाइट बनाने का आरोप लगाया. नकली वेबसाइट का नाम bjp.com रखा गया. इस पर क्लिक करते ही बीजेपी के बजाए कांग्रेस की वेबसाइट खुली. सबूत अब भी इंटरनेट पर मौजूद.
बीजेपी की वेबसाइट का नाम bjp.org है. लेकिन इंटरनेट की दुनिया में अब bjp.com नाम की वेबसाइट भी दिख रही है. कई दिनों तक इस पर क्लिक करते ही सीधे कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट खुली. लेकिन अब शिकायत के बाद अचानक यह वेबसाइट गुम हो गई है.
बीजेपी के नाम से गूगल पर आ रहे इस सर्च पर क्लिक करते ही कांग्रेस की वेबसाइट खुल रही है. गूगल पर इस वेबसाइट की जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि यह पेज 21 सितंबर को 19:50:15 जीएमटी यानी भारतीय समयानुसार आधी रात एक बजकर 20 पर इंटरनेट पर आई. लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया.
लेकिन गूगल के जरिए bjp.com को सर्च करने पर नजारा अब भी कुछ इस तरह दिखाई पड़ रहा है. |
बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के नाम से वेबसाइट खरीदी.पार्टी के मुताबिक कांग्रेस का हाथ ऐसा चला कि उसने सारा ट्रैफिक क्रांग्रेस की वेबसाइट पर मोड़ दिया. मामले का पता चलने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को कानूनी नोटिस भेजा है.DW NEWS
धिक्कार है गंदी राजनीति करने वालों को !
जवाब देंहटाएंलानत है लाख लाख बार …
अब ब्लॉग-वेबसाइट - समुद्र पर भी गंदी मछलियों की नज़र …
शर्म सचमुच बेच खाई है
- राजेन्द्र स्वर्णकार
चलिए इस खबर से यह तो साफ़ हुआ की जो भाजपा अभी तक कांग्रेस का दुसरा रूप बनने में जी जान से लगी है और सत्ता मिलने पर पूरे तौर पर अपना कांग्रेसीकरण ही कर लेती है. कहीं तो जाकर कांग्रेस अपना भाजपाईकरण कर रही है. साबित हुआ की दोनों ही दल एक ही थैली के ...... हैं...
जवाब देंहटाएंआशा है की एक आम नागरिक का यह कमेन्ट प्रकाशित होगा...
इस तरह की साईबर स्क्वैटिंग अब आम हो गयी है।
जवाब देंहटाएंमेरे नाम के डोमेन कहीं भी उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे लोगों ने खरीद रखे हैं, जिन्हे इस नाम से कोई लेना देना नहीं है। अधिक मुल्य में बेचकर मुनाफ़ा कमाने के लिए यह सब कृत्य किए जाते हैं।
... aashcharyjanak !!!
जवाब देंहटाएं१- हो सकता है यह कृत्य किसी व्यक्ति विशेष का हो क्योंकि -कोई भी व्यक्ति किसी भी डोमेन को किसी भी वेब साईट पर रिडायरेक्ट कर सकता है जैसे बीजेपी.कॉम को कांग्रेस की साईट पर किया गया था |
जवाब देंहटाएं२- पर यदि यह कांग्रेस पार्टी के इशारे पर किया गया हो तो गलत है |
३- बीजेपी की सायबर विंग क्या अब तक सो रही थी ?
जो बीजेपी.कॉम जैसा डोमेन अब तक उन्होंने नहीं ख़रीदा |
४- यदि कोई डोमेन उपलब्ध है तो कोई भी खरीद सकता है यह साईबर स्क्वैटिंगकी श्रेणी में नहीं आ सकता |
जो भी ये प्रकरण निंदनीय है |
इंटरनेट में राजनीति....???
जवाब देंहटाएंआप सब से सहमत हे जी, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयदि कोई डोमेन उपलब्ध है तो कोई भी खरीद सकता है यह साईबर स्क्वैटिंगकी श्रेणी में नहीं आ सकता है इही सोरा आना सत ये, अडहा बईद परान घाती.
जवाब देंहटाएंमैं हर पाछू लोकसभा चुनाव म उदगरे सरोज पांडे के वेब साईड के बारे म लिखे रेहेंव कि ओखर सुरक्षा तंत्र अतका कमजोर हावय कि कोनो भी ह चाहही त चुटकी बजा के ओखरे वेब साईड म विरोधी के डाटा डार सकत हे अइसनेहे अउ कई ठिन वेब साईड हे, तभो ले लोगन मगन हें.
क्या कहें इन हैकरों को ...
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी छोडी थी इस पोस्ट पर अभी तक पब्लिश नहीं हुई, अशोक भईया, ब्लॉग जगत में ललित भाई भी अभी कुछ दिनों से नहीं दिख रहे हैं, आप लोग साथ में कोई दौरा पर तो नही हैं ... या दूसरे सेलेब्रिटी की तरह इस ब्लॉग में विचार तो आपके है पर ब्लॉगिंग कोई और तो नहीं कर रहा है। :) :)
जवाब देंहटाएं.... यद्धपि हमें आपकी उर्जा और सीखने की ललक का अंदाजा है फिर भी मन में जो बातें थी वो कही, आशा है क्षमा करेंगें।
भाई संजीव जी ,
जवाब देंहटाएंमै पिछले चार दिनों से चंपारण में था वहां मेरे पास कोई सुविधा नहीं होने से कोई पोस्ट नहीं डाल पाया आपकी टिप्पणी आते ही प्रकाशित कर रहा हूँ .आभार सहित नव-रात्रि पर्व की बधाई स्वीकार करें .