खूबसूरत बनायेगें , दुनिया की झांकी
आज मेरे जन्म दिन पर बहुत सारे बधाई संदेश प्राप्त हुए .बधाई संदेश भेजने वाले अधिकांश लोग मेरे ब्लाग जगत मे आने से पहले मेरे लिए अंजान थे .अभी अभी संपर्क हुआ है.कुछ छतीसगढ़ के मित्र है तो कुछ अन्य प्रांत के है ,कुछ विदेश के मित्रों ने भी प्यार उड़ेला है .भाई ललित शर्मा एवं भाई पी .एस .पाबला ने आज की पोस्ट में उल्लेख कर मुझे अनुग्रहित किया है .
मै आप सभी मित्रों का आभारी हूँ जिन्होने मुझे जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर याद किया तथा मुझे ढेरों बधाइयाँ दी .मै आप सबकी शुभकामनाओं एवम् सदभावनाओं को जिंदगी भर संजों कर रखूँगा.आप सबकी प्रेरणा से मेरे जीवन में नये उत्साह का संचार हुआ है .आप सबने मुझे जीवन के सफ़र में मंजिल पा जाने की प्रेरणा दी है .झमा करियेगा मै अपनी भावनाओं को शब्द नहीं दे पा रहा हूँ .
धरती को गगन से मिलाना है बाकी,
खूबसूरत बनायेगें ,दुनिया की झांकी ;
संग है जमाना ,तो क्या फिकर है ,
लम्बी डगर है , लम्बा सफ़र है.
गगन से भी ऊँचीं , मन की उड़ानें ,
नहीं काम मुश्किल ,गर कोई ठाने ;
राहों के खतरों की, सबको खबर है ,
लम्बी डगर है , लम्बा सफ़र है .
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जन्म दिवस की बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंकविता अच्छी है ।
हमने आपके साथ यादगार जन्मदिन मनाया।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
सार्थक लेखन के लिए आभार
पढिए-चतुरा नाऊ भोकवा पांड़े
बहुत सुन्दर और शानदार प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
इस बहुत ही खुबसूरत प्रस्तुति के लिए आभार के साथ साथ जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाए स्वीकार कीजिये !
जवाब देंहटाएंअक्सर रुखी रातों में
सुंदर कविता । जन्मदिन शुभ हो, मंगल हो ।
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