गोवा में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष मनोनीत होने के बाद आम सभा को संबोधित किया . . .
09 जून, 2013
05 जून, 2013
छत्तीसगढ़ की अनाज भण्डारण क्षमता में अप्रत्याशित वृद्धि
छत्तीसगढ़ की अनाज भण्डारण क्षमता लगभग 12 लाख मीटरिक टन तक पहुंची : साढ़े नौ साल में बने 245 करोड़ के 364 नये गोदाम
भण्डारण शुल्क में सामान्य किसानों को 20 प्रतिशत और अनुसूचित जाति-जनजाति के किसानों को 30 प्रतिशत की विशेष छूट
अनाज भण्डारण के लिए अग्रिम आरक्षण की भी सुविधा
अनाज भण्डारण के लिए अग्रिम आरक्षण की भी सुविधा
कृषि उपजों के सुरक्षित भण्डार के लिए
छत्तीसगढ़ के किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से भण्डारण की सुविधा देने राज्य
शासन द्वारा बड़े पैमाने पर गोदामों का निर्माण करवाया जा रहा है। प्रदेश
सरकार की एजेंसी के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम द्वारा विगत
वर्ष 2004 से वर्तमान वर्ष 2013 में अब तक लगभग साढे़ नौ साल में 245 करोड़
रूपए की लागत से 364 गोदामों का निर्माण किया गया है, जिनकी भण्डारण क्षमता
लगभग सात लाख मीटरिक टन है। इन्हें मिलाकर भण्डार गृह निगम के गोदामों की
संख्या बढ़कर 779 और उनकी कुल भण्डारण क्षमता बढ़कर ग्यारह लाख 82 हजार 712
मीटरिक टन तक पहुंच गयी है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दिशा-निर्देशों के
अनुरूप निगम द्वारा गोदाम निर्माण का कार्य एक अभियान के रूप में चलाया जा
रहा है।
छत्तीसगढ़ वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष अशोक बजाज |
निगम
अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने आज यहां बताया कि वर्तमान 779 गोदामों में से
348 गोदामों का निर्माण उनके वर्तमान कार्यकाल के विगत ढाई वर्ष में यानी
दिसम्बर 2010 से अब तक की अवधि में किया गया है, जिनकी कुल भण्डारण क्षमता
लगभग पांच लाख मीटरिक टन है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ भण्डार गृह निगम
की स्थापना दो मई 2002 को हुई थी। किसानों के साथ-साथ व्यापारियों,
संस्थाओं और अन्य जमाकर्ताओं को अनाज के सुरक्षित और वैज्ञानिक तरीके से
भण्डारण की सुविधा देना निगम का उददेश्य है। इसमें किसानों को सर्वोच्च
प्राथमिकता दी जा रही है। सामान्य किसानों को उनके जमा किए जाने वाले स्टाक
पर भण्डारण शुल्क में बीस प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है, जबकि
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को तीस प्रतिशत छूट पर भण्डारण
सुविधा दी जा रही है। किसान अगर अपना माल निगम के गोदामों में जमा करने के
लिए अग्रिम आरक्षण चाहते हों, तो उन्हें इसकी सुविधा भी निगम की ओर से मिल
सकती है। किसान अगर चार माह का अग्रिम भण्डारण शुल्क जमा कर दें, तो उन्हें
भण्डारण शुल्क में पांच प्रतिशत की विशेष छूट मिलेगी। गोदामों से पांच
किलोमीटर की परिधि में रहने वाले किसानों और अन्य लोगों को जो, वहां
भण्डारण करवाना चाहते हैं, उन्हें उनके कृषि उपजों की सुरक्षा के लिए कीट
उपचार सुविधा भी नाम मात्र के शुल्क पर दी जा रही है।
श्री बजाज ने बताया कि निगम द्वारा 68 करोड़ 35 लाख रूपए की लागत से निर्मित 145 नये गोदामों के लोकार्पण का कार्यक्रम भी विकास यात्रा के दौरान बनाया गया था। इन गोदामों की भण्डारण क्षमता दो लाख 31 हजार 800 मीटरिक टन है। इनमें से लगभग 59 गोदामों का लोकार्पण पिछले महीने की छह तारीख से 25 तारीख के बीच विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों सम्पन्न हो चुका है। लोकार्पित गोदामों में धरसींवा, खरोरा, महासमुंद, बसना, सरायपाली, बागबाहरा, पिथौरा, धमतरी, सिहावा, कुरूद, डौंडी, गुण्डरदेही, कवर्धा, पंडरिया, केशलूर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, गीदम, कोन्टा, कांकेर, चारामा और पखांजूर क्षेत्र के किसानों को अनाज भण्डारण की अच्छी सुविधा मिलेगी। इनके अलावा भैरमगढ़, जांजगीर, अकलतरा, सक्ती, बाराद्वार, चाम्पा, कोरबा, कटघोरा, पाली, लोहरसिंग, घरघोड़ा, बरमकेला, लैलूंगा, सारंगढ़, खरसिया, कुसमी, विश्रामपुर, सूरजपुर, कुनकुरी, बगीचा, पत्थलगांव, फरसाबहार, बैकुंठपुर और जनकपुर में भी नये गोदामों का निर्माण किया जा चुका है। विगत 25 मई को दरभा क्षेत्र में नक्सल हिंसा के कारण अनेक वरिष्ठ नेताओं, नागरिकों और पुलिस जवानों की शहादत की दुखद घटना के कारण विकास यात्रा स्थगित कर दी गयी थी। इस वजह से इनका लोकार्पण नहीं हो पाया। विकास यात्रा में भण्डार गृह निगम द्वारा मुख्यमंत्री के हाथों लगभग एक लाख 46 हजार मीटरिक टन भण्डारण क्षमता के 77 नये गोदामों के निर्माण के लिए भूमिपूजन का भी कार्यक्रम था। श्री बजाज ने बताया कि इनमें से 44 गोदामों का भूमिपूजन महासमुंद धमतरी, बालोद, भिलाई्र-तीन, केशकाल और चारामा के कार्यक्रमों सम्पन्न हुआ। भण्डार गृह निगम के पांच क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, अम्बिकापुर और दुर्ग में संचालित किए जा रहे हैं।
क्रमांक-878/स्वराज्य,रायपुर, 04 जून 2013श्री बजाज ने बताया कि निगम द्वारा 68 करोड़ 35 लाख रूपए की लागत से निर्मित 145 नये गोदामों के लोकार्पण का कार्यक्रम भी विकास यात्रा के दौरान बनाया गया था। इन गोदामों की भण्डारण क्षमता दो लाख 31 हजार 800 मीटरिक टन है। इनमें से लगभग 59 गोदामों का लोकार्पण पिछले महीने की छह तारीख से 25 तारीख के बीच विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों सम्पन्न हो चुका है। लोकार्पित गोदामों में धरसींवा, खरोरा, महासमुंद, बसना, सरायपाली, बागबाहरा, पिथौरा, धमतरी, सिहावा, कुरूद, डौंडी, गुण्डरदेही, कवर्धा, पंडरिया, केशलूर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, गीदम, कोन्टा, कांकेर, चारामा और पखांजूर क्षेत्र के किसानों को अनाज भण्डारण की अच्छी सुविधा मिलेगी। इनके अलावा भैरमगढ़, जांजगीर, अकलतरा, सक्ती, बाराद्वार, चाम्पा, कोरबा, कटघोरा, पाली, लोहरसिंग, घरघोड़ा, बरमकेला, लैलूंगा, सारंगढ़, खरसिया, कुसमी, विश्रामपुर, सूरजपुर, कुनकुरी, बगीचा, पत्थलगांव, फरसाबहार, बैकुंठपुर और जनकपुर में भी नये गोदामों का निर्माण किया जा चुका है। विगत 25 मई को दरभा क्षेत्र में नक्सल हिंसा के कारण अनेक वरिष्ठ नेताओं, नागरिकों और पुलिस जवानों की शहादत की दुखद घटना के कारण विकास यात्रा स्थगित कर दी गयी थी। इस वजह से इनका लोकार्पण नहीं हो पाया। विकास यात्रा में भण्डार गृह निगम द्वारा मुख्यमंत्री के हाथों लगभग एक लाख 46 हजार मीटरिक टन भण्डारण क्षमता के 77 नये गोदामों के निर्माण के लिए भूमिपूजन का भी कार्यक्रम था। श्री बजाज ने बताया कि इनमें से 44 गोदामों का भूमिपूजन महासमुंद धमतरी, बालोद, भिलाई्र-तीन, केशकाल और चारामा के कार्यक्रमों सम्पन्न हुआ। भण्डार गृह निगम के पांच क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर, अम्बिकापुर और दुर्ग में संचालित किए जा रहे हैं।
10 अप्रैल, 2013
मुख्यमंत्री को राज्य भंडार गृह निगम द्वारा 10.50 करोड़ रूपए का चेक भेंट
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को आज दोपहर
यहां मंत्रालय में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले
और छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने राज्य
भंडार गृह निगम की ओर से लाभांश के रूप में दस करोड़ 50 लाख 75 हजार रूपए का
चेक भेंट किया। आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप भी इस अवसर पर
उपस्थित थे। राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने
मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में राज्य भंडार गृह निगम के 123 भंडार गृह
हैं। वर्ष 2011-12 में राज्य भंडार गृह निगम को लगभग 66 करोड़ रूपए की आय
हुई है। इसमें से निगम को 29 करोड़ रूपए का लाभ हुआ है। अंश पूंजी के आधार
पर इसमें से राज्य सरकार को दस करोड़ 50 लाख 75 हजार रूपए की राशि लाभांश के
रूप में दी गई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2002 में छत्तीसगढ़ राज्य
भंडारगृह निगम का पुनर्गठन किया गया। आज निगम की भंडारण क्षमता आठ लाख टन
हो गई है। इसके अलावा लगभग चार लाख टन क्षमता के गोदाम निगम द्वारा किराए
पर लिए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम
द्वारा निरंतर अच्छी प्रगति की जा रही है। यह राज्य सरकार का लाभ अर्जित
करने वाला निगम है। उन्होंने खाद्य मंत्री तथा भंडार गृह निगम के अध्यक्ष
को निगम की निरंतर प्रगति के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर राज्य भण्डार
गृह निगम के प्रबंध संचालक श्री जन्मेजय महोबे भी उपस्थित थे।
27 मार्च, 2013
आतंक का पर्याय है पाकिस्तान
पाकिस्तान अब तक दुनिया के सामने यही कहता आया है कि मई 1999 के करगिल
युद्ध में पाक सेना शामिल नहीं है, भारत के खिलाफ यह युद्ध मुजाहिद्दीन लड़
रहे है . भारत की शांति और तरक्की के दुश्मन परवेज मुशर्रफ ने आज आखिरकार
सच उगल ही दिया कि 1999 में पाकिस्तानी सैनिक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय
सीमा में घुस गये थे. हालांकि यह बात पहले ही प्रमाणित हो चुकी है कि पाक
सेना ने करगिल में अनधिकृत रूप से प्रवेश किया था , स्वयं पाकिस्तान के
सेवानिवृत्त कर्नल अशफाक हुसैन ने अपनी किताब ‘विटनेस टू
ब्लंडर’ में ये खुलासा किया है कि 28 मार्च 1999 को जनरल परवेज मुशर्रफ
हेलीकॉप्टर पर सवार होकर भारतीय सीमा के 11 किलोमीटर अंदर गए और जकरिया
मुस्तकिर नाम की जगह पर एक रात गुजारी थी , निश्चित रूप से मुशर्रफ़ करगिल
में धावा बोलने की तैयारी कई माह से कर रहे थे . अब चूँकि उन्होंने सच कबूल
कर लिया है अतः भारत को चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय फोरम में इस मुद्दे को
उछाल कर पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित कराये .
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