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20 अगस्त, 2012

फोटो प्रदर्शनी में छठवें दिन भी भारी चहल-पहल


रायपुर, 20 अगस्त 2012
राज्य शासन के जनसम्पर्क संचालनालय द्वारा यहां टाउन हाल में आयोजित एक सप्ताह की फोटो प्रदर्शनी 'विकास के नये आयाम' में आज छठवें दिन भी नागरिकों की चहल-पहल देखी गई। छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज और वर्ष 1965 में बनी छत्तीसगढ़ी भाषा की पहली फीचर फिल्म 'कहि देबे संदेस' के निर्माता-निदेशक मुम्बई निवासी श्री मनु नायक ने भी आज इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया। श्री बजाज ने कहा कि प्रदर्शनी में प्रदेश के विकास की झलक देखकर गर्व का अनुभव होता है। श्री मनु नायक ने भी राज्य की विकास यात्रा की तस्वीरों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। उनके अलावा शंकर नगर रायपुर निवासी श्री योगेन्द्र सिंह ने कहा कि इस प्रदर्शनी में एक ही छत के नीचे छत्तीसगढ़ की विकास गाथा को छायाचित्रों के माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास सराहनीय है। लोगों को योजनाओं की जानकारी देने का यह एक अच्छा प्रयोग है। संतोषी नगर रायपुर के श्री खिलेश्वर सिंह चन्द्रा ने भी प्रदर्शनी को जानकारियों से परिपूर्ण बताया। उल्लेखनीय है कि कल 21 अगस्त को प्रदर्शनी का अंतिम दिवस है। यह प्रदर्शनी सुबह दस बजे से रात्रि आठ बजे तक आम जनता के लिए खुली रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को इस प्रदर्शनी का शुभारंभ किया था।

10 अगस्त, 2012

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !

                     भारत के सबसे बड़े गौ-संवर्धक के जन्मोत्सव पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !  



26 जुलाई, 2012

वरदान है "108 संजीवनी एक्सप्रेस"

 
               
शासन द्वारा डेढ़ वर्ष पूर्व 25 जनवरी 2011 को शुरू की गयी "108 संजीवनी एक्सप्रेस" आपात परिस्थितियों में मरीजों के लिए वरदान बन गयी है. पिछले डेढ़ वर्ष में 1,68,797 मरीजों को संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया है. इसमें सड़क दुर्घटना के 20,915 मामले हैं, संजीवनी एक्सप्रेस ने डेढ़ वर्ष में जितने मरीजों को अस्पताल पहुंचाया है, उनमें 45 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं हैं. आंकड़े बताते है कि संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से सड़क दुर्घटना से संबंधित 20,915, अन्य दुर्घटना के 3,429, बेहोशी से संबंधित 8,270, मस्तिष्क आघात के 3,827, श्वास से संबंधित तीन 3,827 तथा प्रसव से संबंधित 77,371 महिलाओं को जहर खुरानी के 3,606, शिशु रोग से संबंधित 218, नवजात शिशु के संबंधित 466, आत्महत्या से संबंधित 146, औद्योगिक दुर्घटना से संबंधित 25, अग्नि दुर्घटना के 1,358, बुखार से संबंधित 8,018, मिर्गी के 283, प्राकृतिक आपदा से संबंधित 19, डायबिटीज से संबंधित 190, हृदयघात से संबंधित 2916, मारपीट से संबंधित 1,825, पशुओं के काटने से संबंधित 2,243, तेज पेट दर्द से संबंधित 6671 तथा अन्य मामलों में 25,775 व्यक्तियों को आपात परिस्थिति में अस्पताल पहुंचाया गया.