ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है * * * * नशा हे ख़राब झन पीहू शराब * * * * जल है तो कल है * * * * स्वच्छता, समानता, सदभाव, स्वालंबन एवं समृद्धि की ओर बढ़ता समाज * * * * ग्राम चौपाल में आपका स्वागत है

24 मार्च, 2011

वर्ल्ड कप क्रिकेट 2011 : सचिन ने पूरे किए 18000 रन



 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में सचिन तेंदुलकर ने जैसे ही अपना 45वां रन पूरा किया, वनडे क्रिकेट में उनके नाम 18000 रन हो गए. कहने की जरूरत नहीं कि ऐसा करने वाले वह दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं.


तेंडुलकर का यह 451वां मैच था। उन्होंने सबसे ज्यादा रन आस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए हैं। मास्टर ब्लास्टर ने दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ 68 मैच में 3000 से भी ज्यादा रन बनाए हैं। उन्होंने पारी के 14वें ओवर में ब्रेट ली की गेंद पर एक रन लेकर 18,000वां रन पूरा किया।



तेंडुलकर के नाम पर अब 45.13 की औसत से 18008 रन दर्ज हैं जिसमें 48 सेंचुरी और 94 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। सचिन ने श्रीलंका (2965), पाकिस्तान (2389) और साउथ अफ्रीका (2001) के खिलाफ भी वनडे में 2000 से ज्यादा रन बनाए हैं। वर्ल्ड कप में दो हजार से ज्यादा रन (2175) बनाने वाले दुनिया के वह अकेले बैट्समैन हैं। तेंडुलकर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक पूरा करने के लिए अब केवल एक सेंचुरी की दरकार है। उन्होंने टेस्ट मैचों में 51 सेंचुरी लगाई हैं।



सचिन ने पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में नाबाद 200 रन बनाकर वनडे का पहला दोहरा शतक जड़ा था।

20 मार्च, 2011

होली पर्व की हार्दिक बधाई

  

                                                       




आप  सबको  होली पर्व  की  हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं  !!!




               फोटो साभार गुगल

15 मार्च, 2011

मुख्यमंत्री ने किया भण्डार गृह निगम की वेबसाईट का लोकार्पण

मुख्यमंत्री डॉ.  रमन सिंह ने आज यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम की नव-निर्मित वेबसाईट का लोकार्पण किया। निगम अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने मुख्यमंत्री को वेबसाईट की विशेषताओं के बारे में बताया। गृह मंत्री श्री ननकीराम कंवर, संसदीय कार्य मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम सहित भण्डार गृह निगम मुख्यालय के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

 उल्लेखनीय है कि राज्य निर्माण के बाद निगम ने पहली बार अपनी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए वेबसाईट की शुरूआत की है।कोई भी व्यक्ति कहीं से भी इन्टरनेट पर वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट सी जी एस डब्ल्यू सी डॉट सी जी डॉट जी ओ व्ही डॉट इन(www.cgswc.cg.gov.in) पर क्लिक करके इस वेबसाईट का अवलोकन कर सकता है। मुख्यमंत्री ने भण्डार गृह निगम में सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित इस महत्वपूर्ण संचार माध्यम के उपयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अनाजों के सुरक्षित भण्डारण में भण्डार गृह निगम की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने निगम अध्यक्ष श्री अशोक बजाज की इस पहल को निगम के काम-काज में पारदर्शिता की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और उम्मीद जताई कि इससे आम जनता को भण्डार गृह निगम के कार्यों की पूरी जानकारी आसानी से ऑन लाईन मिल सकेगी। उन्होंने वेबसाईट के शुभारंभ पर निगम अध्यक्ष श्री बजाज सहित निगम के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।

निगम अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने मुख्यमंत्री को बताया कि वेबसाईट में निगम के सेटअप, अधिकारियों की सूची और राज्य में स्थित निगम की समस्त शाखाओं की सूची आम जनता की जानकारी के लिए प्रदर्शित कर दी गयी है। इसके अलावा निगम की नियमावली और संबंधित सभी अधिनियमों के साथ-साथ निगम के बजट, भण्डार शुल्क और भण्डारण शर्तों की जानकारी, गोदाम निर्माण संबंधी जानकारी निगम द्वारा संचालित गोदामों के फोटोग्राफ्स तथा वार्षिक प्रतिवेदन सहित संचालक मंडल तथा कार्यकारिणी सदस्यों की सूची भी इसमें शामिल की गयी है।



14 मार्च, 2011

टच खत्म, टचलेस का जमाना

 डायचे वेले हिंदी ने आज एक नई तकनीक की जानकारी दी है जो ब्लॉग प्रेमियों के लिए खुशखबरी से कम नहीं है.  संवाददाता श्री विवेक कुमार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यह कल्पना से भी थोड़ी आगे की बात है. हालांकि यह कल्पना नहीं, सच है. अब सब मशीनें बिना छुए ही काम करेंगी. बिल्कुल सही. आपका कंप्यूटर, मोबाइल फोन, वॉशिंग मशीन, टीवी...सब कुछ बिना छुए चलेगा.

आपके सामने कंप्यूटर पर कई वेबसाइट्स खुली हैं. आपको हर वेबसाइट पर बार बार जाना पड़ता है. लेकिन ऐसा करने के लिए अब आपको बार बार क्लिक करने की जरूरत नहीं. बस जिस वेबसाइट का पेज खोलना है, उसकी ओर देखिए और पेज खुल जाएगा. क्योंकि यह कंप्यूटर आंखों से चलता है. स्वीडन की कंपनी टॉबी टेक्नॉलजी के निकोलस पेट्रोसा इस कंप्यूटर को लेकर सेबिट आए हैं. वह बताते हैं, "हमारी टेक्नॉलजी इन्फ्रारेड इल्यूमिनेटर पर निर्भर है जो चेहरे पर इन्फ्रारेड तरंगें छोड़ती है. इससे यूजर की तस्वीर बन जाती है. कंप्यूटर आंख को पहचानता है और स्क्रीन पर आपकी नजर कहां है इसका पता लगाता है. तब आप इंटरेक्शन के जरिए कंप्यूटर पर काम कर सकते हैं."

 इस वक्त बाजार में टच स्क्रीन तकनीक की धूम है. स्क्रीन को उंगली से छूने भर से काम करना अद्भुत अनुभव है. लेकिन यह तकनीक पुरानी हो गई है. अब वक्त है टचलेस तकनीक का. यानी स्क्रीन को छुए बिना ही काम होगा. यूं समझ लीजिए की आप किसी जादूगर की तरह अपने फोन की स्क्रीन पर उंगली घुमाएंगे और काम हो जाएगा. इसके लिए विशेष सेंसरों का इस्तेमाल होता है. फ्रांस की कंपनी फोरगैलनोटेक के सेल्स मैनेजर विलियम बेकेरीन बताते हैं, "हमने नए थ्रीडी स्मार्टफोन और स्क्रीन के सेंसरों में नया आयाम जोड़ा है. ये सेंसर स्क्रीन के ऊपर से ही उंगली को पहचान जाते हैं. मतलब फोन उंगली की स्थिति का सही सही पता लगा लेगा. थ्रीडी फोन के आने से और मौजूदा सिस्टम में भी फोन अपने आप ये बात समझ जाएगा कि उंगली फोन को या किसी भी स्क्रीन को कहां छूना चाहती है."

लेकिन बात यहीं नहीं थमती. आप स्क्रीन के अंदर तक जा सकते हैं. आपकी उंगली विडियो के अंदर किरदारों के भीतर तक जा सकती है. और फोन के मामले में तो यह बहुत जल्दी हो जाएगा. एलजी कंपनी अपना थ्रीडी फोन बाजार में उतार रही है. कंपनी के डोमिनिक प्रेसोस्की बताते हैं, "यह सामान्य स्मार्ट फोन जैसा लगता है जिसका ग्लास फ्रंट वैसा ही है. इसमें बटन हैं. इसमें जो चीज बाकी फोन से अलग है वह इसके पीछे लगा डबल लेंस है. आप इसमें थ्रीडी कंटेंट देख सकते हैं. आप इससे थ्रीडी फोटो विडियो बना पाएंगे. और सामान्य फोन का काम तो इससे ले ही पाएंगे. और इसके लिए किसी चश्मे की भी जरूरत नहीं है .

इस तकनीक का एक अद्भुत आयाम पढ़ने के मामले में सामने आ रहा है. जर्मनी के रिसर्च सेंटर फॉर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है जो आपको पढ़ने में मदद करेगा. होले क्रिस्टानियन इस बारे में सही से समझा सकते हैं, "हमारे पास एक आईट्रैकर टेक्नॉलाजी है जिसके जरिए कंप्यूटर आंख की गति और दिशा का पता लगाता है. मसलन अगर आप पढ़ते वक्त किसी शब्द पर ज्यादा देर अटक जाते हैं तो कंप्यूटर समझ जाएगा कि इस शब्द में आपको दिक्कत है. तब फौरन वह उस शब्द का मतलब और उससे जुड़ी सारी जानकारी आपके सामने पेश कर देगा."

अब जब सारा काम बिना छुए ही हो रहा है तो क्या कंप्यूटर टाइपिंग के लिए उतना बड़ा डिब्बा सामने रखना सही होगा? नई तकनीक कहती है... नहीं. दक्षिण कोरिया की एक कंपनी ने वर्चुअल की बोर्ड बनाया है. मतलब कीबोर्ड जैसी कोई चीज है ही नहीं. बस एक छोटी सी डिब्बी है. डिब्बी निकाली, इसे तार से जोड़ा और आपने सामने मेज पर कुछ तरंगें बिछ जाएंगी जो कीबोर्ड की शक्ल में होंगी. कंपनी के अधिकारी क्रिस इसे बेहतर समझा पाएंगे, "यह एक ब्लू टुथ प्रॉडक्ट है. इसमें कीबोर्ड और माउस एक ही डिवाइस में है. इस डिवाइस के नीचे से इन्फ्रारेड लाइट निकलती है जिसे हम आंख से नहीं देख सकते. लेकिन कैमरा उसे देख लेता है. इसलिए जब आप किसी की को दबाते हैं तो लाइट की तरंग टूट जाती है. कैमर उस टूट को पहचान लेता है और उसे डेटा में तबदील कर देता है."

जब बिना छुए ही सब काम हो जाएगा तो हमारी जो ऊर्जा बचेगी, उसका क्या करेंगे? फिर तो दुनिया में गति ही नहीं रहेगी. आईबीएम एक इंजीनियर ने इस सवाल का बड़ा अच्छा जवाब दिया कि इंसान को समझाइए कि इस ऊर्जा का इस्तेमाल प्यार बांटने में लगाए.