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28 मई, 2016

Agriculture, Cooperatives and the banking Forward India

After two years of government special article

Narendra Modi led NDA government at the Center have been completed tenure of 2 years. However, to assess the functioning of any government 2 years is not enough time in these two years of government direction, only then can assess the intentions and priorities. At that time the people of the country for the transfer of power to change not only age was given the mandate by the Prime Minister in a short time thanks to Vkritw Ktritw and have proven.
In these two years, Modi has not only me but the entire system work as prime minister of the country to work as a servant moved. He said that on Independence Day will inspire youth 'for the country's independence, many have sacrificed their lives for the country, but not to die for the country, but now we need to live for the country' 'He Hey very inspiring statement for the new generation. The Prime Minister put the national interest above self-interest and advised to live. Only a fierce patriotic education of youth in the country could only give such inspiring.
Prime Minister Narendra Modi as a paramount national political horizon of the world, India is placed in a location which could not be imagined two years ago. It is amazing that the Modi Ktritw powerful nation like the US nuclear test in Pokhran in the Vajpayee regime had imposed economic sanctions Opposed, the United Nations (Ncw) for India's permanent membership in the lobbying himself Used to be . America is a reflection of India's powerful effort. India's success is attributed to a single person who would be the O then that Narendra Modi in a short time the world community in its work and wisdom have been hypnotized. They have emerged as a champion of peace in the whole world. Here it would be no exaggeration to say that the third world war has the ability to eliminate the possibility of Narendra Modi is that person.

He therefore agriculture, cooperatives and banking facilities for the development of all created Yojana. Modi government to bring radical changes in agriculture 'on the drop, more crop' called for. He at least find technology advice in water greater yields from agricultural land to go to the lab, the scientists gave advice. As a result, farmers are now giving priority to soil test. Government land for each farmer to health plans. According to the data received so far, 28 million farmers have become geo-health card. It is revolutionary in agriculture because of the lack of chemical fertilizers, farmers are brutally fertility of the land is destroyed. Wildly chemical fertilizers and pesticides is having the opposite effect on the quality of the grain. Its use in human health is declining. That is why the government plans to give priority to organic farming. Farmers are being given training, and promotion for organic farming, which is to get positive results.

Dependence on agriculture and natural disaster in the monsoon is a disgrace, it is trying to erase the government on a war footing. Central Government to reduce dependence on monsoon Prime irrigation scheme to increase the irrigated area in order to prevent rain water also is critical, but the participation is must rule. If the government can not stop a natural disaster but rather to compensate for financial loss Modi's prime crop insurance scheme. This plan is quite comprehensive and effective. Premium can insure their crops by giving farmers less so in adverse conditions possible to get compensation.

Modi, who has worked in the field of cooperatives and banking in the world is a Mishal. The government plans to start mass money each person to begin the process of connecting to the bank. As a result, nearly 22 million accounts were opened in two years. The plan is based on a zero balance but peoples' gave the 37800 crore deposited in your account. In the 60 years since independence, not open as many accounts as account opening records in these two years. The banking sector will receive and it will look at other plans by prioritizing the region's government has stupendous miracle. Life protection insurance and Prime Minister, respectively 943 million and 2.96 million people in the light plan is insured. Prime security insurance annual premium of just Rs 12 to Rs 2 lakh and Rs 330 only in the prime of life insurance light. The annual premium of Rs 2 lakh. Is thought to be insured. Similarly, Prime Minister Atal Pension Plan has also become quite popular. The government plans to implement the Prime Minister's currency cottage and small industries, retail businesses have increased the brightness of the eyes. With no guarantee of Rs 10 lakh 5 thousand. The scheme of the minimum interest rate on loans for those small jobs Gnga is proving to be the gift. The ambitious plan to build a new generation of self-supporting and self-sustaining results will be enjoyable.

It means that the government's direction, intentions and priorities will change India's fortunes, and am definitely on the political scene of the world and India will emerge as a strong and prosperous nation.
Ashok Bajaj
Chairman
CG SCB Mydt.
(Apex Bank) Raipur

27 मई, 2016

कृषि, सहकारिता एवं बैंकिंग की ओर भारत के बढ़ते कदम

मोदी सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर विशेष लेख - 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं । हालांकि किसी भी सरकार के कामकाज के आंकलन के लिए 2 वर्ष का समय पर्याप्त नहीं है लेकिन इन दो वर्षो में सरकार की दिशा, नीयत तथा प्राथमिकताओं का आंकलन तो किया ही जा सकता है । मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के प्रथम 2 वर्ष के कार्यकाल में यह तो सिद्ध कर ही दिया है कि भारत की जनता ने 2014 के आम चुनाव में जो निर्णय लिया था वह किसी भी दृष्टिकोण से गलत नहीं था । देश की जनता ने उस वक्त केवल सत्ता के हस्तांतरण के लिए ही नहीं बल्कि युग परिवर्तन के लिए जनादेश दिया था जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कतृत्व व वकृत्व के बदौलत अल्प समय में ही सिद्ध कर दिया है । 

इन दो वर्षो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ना केवल प्रधान सेवक बन कर काम किया बल्कि समूचे तंत्र को देश के सेवक बनकर काम करने की प्रेरणा दी । उन्होने स्वतंत्रता दिवस पर नवजवानों को प्रेरणा देते हुये कहा कि ‘‘देश की आजादी के लिए अनेकों ने अपने प्राणों को देश के लिए न्योछावर कर दिया लेकिन अब हमें देश के लिए मरने की नहीं बल्कि देश के लिए जीने की जरूरत है’’ उनका यह कथन नई पीढ़ी के लिए अत्यंत ही प्रेरणादायी हे । प्रधानमंत्री ने देशहित को स्वहित से उपर रखकर जीने की सलाह दी । देश के नवजवानों को ऐसी प्रेरणादायी शिक्षा केवल एक प्रखर राष्ट्रभक्त ही दे सकता है । 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानकर दुनिया के राजनीतिक क्षितिज पर भारत को ऐसे स्थान पर स्थापित कर दिया है जिसकी दो वर्ष पूर्व कल्पना भी नहीं की जा सकती थी । यह श्री मोदी के कतृत्व का ही कमाल है कि अमेरिका जैसा शक्तिशाली राष्ट्र जिसने अटलजी के शासनकाल में पोखरण में परमाणु परीक्षण का विरोध करते हुये आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया था, अब संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) में भारत की स्थाई सदस्यता के लिए स्वयं पैरवी कर रहा है । अमेरिका का यह प्रयास सशक्त भारत का परिचायक है । इन दो वर्षो में वैश्विक दृष्टि से एक चमत्कार यह भी हुआ कि जो देश भारत की प्रगति से सदैव ईर्ष्या करते थे तथा प्रगति में बाधक बनने का प्रयास करते थे वो अब भारत से दोस्ती के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। भारत की इस सफलता के लिए यदि किसी एक व्यक्ति को श्रेय जाता हे तो वो नरेन्द्र मोदी ही हैं जिन्होने अपने परिश्रम व बुद्धिमता से अल्प समय में ही विश्व समुदाय को सम्मोहित कर दिया है । वे पूरी दुनिया में शांति के मसीहा के रूप में उभरे हैं । यहां पर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यदि तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं को खत्म करने की क्षमता किसी में है तो वह व्यक्ति नरेन्द्र मोदी ही है । 

जहां तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का सवाल है प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि कृषि व कृषकों के कल्याण के बिना भारत पूरी तरह विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता । इसीलिए उन्होने कृषि, सहकारिता एवं बैंकिंग सुविधाओं के विकास के लिए तमाम योजनाएॅं बनाई । मोदी सरकार ने कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए ‘‘पर ड्राप, मोर क्राप’’ (Per drop more crop) का नारा दिया । उन्होने कम से कम पानी में अधिक से अधिक पैदावार की तकनीक ढूंढने की सलाह कृषि वैज्ञानिकों को देते हुए लैब से लैंड तक जाने की नसीहत दी । इसी का परिणाम है कि किसान अब मिट्टी परीक्षण को प्राथमिकता देने लगे हैं । शासन ने प्रत्येक किसान के लिए भू-स्वास्थ बनाने की योजना बनाई है । प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अब तक 28 लाख किसानों के भू-स्वास्थ कार्ड बन चुके हैं । यह कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है क्योंकि इसके अभाव में किसान बड़ी बेदर्दी से रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है । बेतहाशा रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों के इस्तेमाल से अनाज की गुणवत्ता पर विपरीत असर पड़ रहा है । इसके उपयोग से मनुष्य के स्वास्थ में गिरावट आ रही है । यही कारण है कि शासन ने जैविक खेती को प्राथमिकता देने की योजना बनाई है । किसानों को जैविक खेती के लिए प्रशिक्षण व प्रोत्साहन दिया जा रहा है जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। 

कृषि के क्षेत्र में मानसून पर निर्भरता तथा प्राकृतिक आपदा एक कलंक है, इसे मिटाने मोदी सरकार युद्ध स्तर पर प्रयास कर रही है । केन्द्र शासन ने मानसून पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रधानमंत्री सिंचाई योजना लागू की है ताकि सिंचित रकबा बढ़ाया जा सके इसके अलावा वर्षा के जल को रोकने के लिए शासन गंभीर है परंतु इसके लिए जनभागीदारी अतिआवश्यक है । प्राकृतिक आपदा को कोई सरकार रोक तो नहीं सकती लेकिन उससे होने वाली आर्थिक क्षति की भरपाई के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की है । यह योजना काफी व्यापक एवं असरकारी है । किसान अब कम प्रिमीयम देकर अपनी फसल का बीमा कर सकते हैं ताकि प्रतिकूल परिस्थितियों में उन्हें क्षतिपूर्ति प्राप्त हो सके। 

मोदी सरकार ने सहकारिता एवं बैंकिंग के क्षेत्र में जो काम किया है वह दुनिया में एक मिशाल है । शासन ने जन धन योजना प्रारंभ कर हर व्यक्ति को बैंक से जोड़ने की प्रक्रिया प्रारंभ की । नतीजा ये हुआ कि दो वर्षो में लगभग 22 करोड़ बैंक खाते खुल गये । येजना तो जीरो बैंलेंस पर आधारित है लेकिन लोंगों ने 37800 करोड़ रूपये अपने खाते में जमा कर दिये । आजादी के बाद 60 वर्षो में जितने खाते नहीं खुले उतने खाते इन दो वर्षो में खोलने का रिकार्ड बना । बैंकिंग के क्षेत्र की अन्य योजनाओं पर नजर डाले तो पायेंगें की शासन ने इस क्षेत्र को प्राथमिकता देकर अद्भूत चमत्कार किया है । प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना में क्रमशः 943 करोड़ व 2.96 करोड़ लोगों ने बीमा कराया है । प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में मात्र 12 रूपये वार्षिक प्रीमियम में 2 लाख रूपये का तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में मात्र 330 रू. वार्षिक प्रीमियम में 2 लाख रू. का बीमा होने लगा है । इसी प्रकार प्रधानमंत्री अटल पेंशन योजना भी काफी लोकप्रिय हो चुकी है । मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लागू कर लघु व कुटीर उद्योंगों, फुटकर व्यवसायियों के आंखों की चमक बढ़ा दी है । बिना गारंटी के 5 हजार से 10 लाख रू. तक न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण देने की यह योजना छोटे-छोटे रोजगार घंघा करने वालों के लिए बरदान सिद्ध हो रही है । नई पीढ़ी को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने की इस महत्वाकांक्षी योजना के परिणाम सुखद होंगें । 

कहने का तात्पर्य यह है कि मोदी सरकार की दिशा, नीयत व प्राथमिकताओं से भारत की तकदीर व तस्वीर निश्चित रूप से बदलेगी तथा भारत विश्व के राजनीतिक पटल पर सशक्त व समृद्ध राष्ट्र के रूप में उभरेगा । 
- अशोक बजाज

सूरज की तपन में राहत की बौछार

डा. रमन सिंह की चौपाल : लोक सुराज अभियान 
से समय में जब सूरज की तपन पूरे शबाब पर हो तथा पारा 45 डिग्री को पार कर रहा हो । लोंगों का सुबह 10 बजे के बाद घर से निकलना दुश्वार हो । ऐसे समय में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने लोक सुराज अभियान चलाकर शासन प्रशासन को कूलर की ठंडी हवाओं से निकालकर लू की थपेड़ों का एहसास कराया तथा आम जनता पर राहत की बौछार कराई। शासन-प्रशासन ने महीने भर जनता के बीच जाकर उनकी समस्यायें सुनी तथा यथासंभव निराकरण का प्रयास किया । स्वयं मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने भीषण गर्मी की परवाह किये बिना महीने भर गावों में चौपाल लगाकर जलसंकट से जूझ रहे लोंगों, मनरेगा के मजदूरों की व्यथाओं तथा गरीब आदिवासियों की पीड़ा को जाना, समझा और परखा । राजधानी के बाहर उन्होनें रात भी गुजारी तथा सरकारी अमले को सक्रिय रहने का निर्देश दिया । लोक सुराज अभियान में मुख्यमंत्री ने सरगुजा से बस्तर तक सुदूर अंचल के गांवों में अचानक पहुंच कर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक चर्चा की । इस अभियान में उन्होने स्कूली बच्चों पर काफी प्रेम उढ़ेला तथा उन्हें उच्च शिक्षा की प्रेरणा दी । उनका यह कृत्य एक जिम्मेदार अभिभावक का परिचायक है । मुख्यमंत्री के नाते वे प्रदेश के अभिभावक है इसीलिए वे बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य की चिन्ता करते हैं । प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने, शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से उन्हें शिक्षा केन्द्रों तक भेजने, शाला त्यागी बच्चों को पुनः शाला में प्रवेश करने तथा शिक्षा के सारे संसाधन उपलब्ध कराने की नीति ने उन्हें सच्चे अभिभावक की श्रेणी प्रदान की है । 
लोक सुराज अभियान छत्तीसगढ़ में विकास के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ सम्पन्न हुआ । माननीय मुख्यमंत्री ने जलसंकट से उत्पन्न स्थिति में लोंगों को आगाह किया तथा बूंद बूंद पानी की रक्षा का संदेश दिया । भीषण गर्मी में उन्होने राहत की ठंडी हवायें भी प्रदान की । मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने सूखा प्रभावित किसानों को ना केवल राहत राशि प्रदान की बल्कि उन्हें निःशुल्क धान बीज भी प्रदान किया तथा 10 लाख से अधिक किसानों को फसल बीमा की 600 करोड़ की क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की। उन्होने इस अभियान में सहकारी संस्थाओं व समितियों को कुशलतापूर्वक धान खरीदी के लिए प्रोत्साहित किया तथा कर्मचारियों को भी प्रोत्साहन राशि वितरित की । कुल मिलाकर मुख्यमंत्री ने सूरज की तपन के बीच राहत की बौछार से प्रदेश को तर कर दिया ।

- अशोक बजाज