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23 दिसंबर 2018
रिश्ते और रास्ते
रिश्ते और रास्ते के बीच,
एक अजीब रिश्ता होता है !
कभी रिश्तों से रास्ते मिल जाते है,
और कभी रास्तों में रिश्ते बन जाते हैं !
इसीलिए चलते रहिये और रिश्ते निभाते रहिये
खुशियाँ तो चन्दन की तरह होती हैं,
दूसरे के माथे पे लगाओ तो अपनी
उंगलियाँ भी महक जाती हैं !
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