समसामयिक, धर्म, संस्कृति, पर्यावरण एवं सामाजिक सरोकार
पेज
(यहां ले जाएं ...)
मुख्यपृष्ठ
▼
24 दिसंबर 2018
रिश्ते निभाना
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो; कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो;
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से बस; उन्हें ख़ूबसूरती से निभाना सीखो।
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें